हंगामे के बाद बांग्लादेश में फिर हो रहा इज्तिमा, भारत के मौलाना साद भी लेंगे हिस्सा, बांग्लादेश में फैली अशांति।

ऐसा पहली बार हो रहा है कि बिस्वा इज्तेमे में दो मुनाजात की जाएंगी। दरअसल बांग्लादेश में मौलाना साद जो तब्लीगी जमात के अमीर हैं। मौलाना जुबेर अहमद जिनकी जमात को तब्लीगी की जमात बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है। दोनों के बड़े तादाद में अनुयायी और समर्थक दिसंबर में दोनों के बीच ग्राउंड को लेकर झड़प हो गई थी। इसके बाद दो चरण के जरिए हल निकाला गया है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ )TV 9 भारत समाचार बांग्लादेश। 

हंगामे के बाद बांग्लादेश में फिर हो रहा इज्तिमा, भारत के मौलाना साद भी लेंगे हिस्सा, बांग्लादेश में पहले अशांति के बीच मुसलमानके सबसे बड़े इज्तेमों ( इस्लामिक सम्मेलन ) में से एक बिस्वा इज्तेमा का पहला चरण कल शुक्रवार को तुराग नदी के तट पर शुरू होने जा रहा है। इस इज्तेमे में भारत के जाने-माने मौलाना साद कांधलवी भी शिरकत करेंगे। पिछले साल दिसंबर में इज्तेमे ग्राउंड के कंट्रोल को लेकर भारतीय मौलाना साद और बांग्लादेश के मौलाना जुबेर अहमद के अनुयायी में झड़प हो गई थी। दोनों गुटों की लड़ाई से कम से कम चार लोगों की मौत हुई थी और 50 घायल हो गए थे।

ऐसा पहली बार हो रहा है कि बिस्वा इज्तेमे में दो मुनाजात की जाएंगी। दरअसल, बांग्लादेश में मौलाना साद जो तब्लीगी जमात के अमीर है और मौलाना जुबेर अहमद की तब्लीगी जमात बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है। दोनों के बड़ी  तादाद में अनुयायी और समर्थक हैं। दिसंबर में दोनों के बीच इज्तेमे के ग्राउंड को लेकर झड़प हो गई थी, इसके बाद दो चरण के जरिए हल निकाला गया।

इज्तेमे की कानून व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस महानिरीक्षक बहारूल आलम ने कहा है कि 58 वां इज्तेमा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित होंगा। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

भारतीय मौलाना साद का पूरे बांग्लादेश में अच्छा खासा प्रभाव है। उनके बांग्लादेश जाने पर उनकी मुलाकात यूनुस सरकार के बड़े अधिकारियों और नेताओं से भी हो सकती है। प्रयास लगाए जा रहे हैं कि वह भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में ए दूरी को अपनी इस यात्रा से कम कर सकते हैं।

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