चिली के जंगलों में लगी भीषण आग,नहीं लें रही थमने का नाम 64 लोगों की मौत, 1100 से ज्यादा घर राख

मध्य और दक्षिण क्षेत्र में 92 जंगलों में आग लगी है। बड़ी चिंता यह है कि आग घनी आबादी वाले क्षेत्रों की ओर फैल रही है।

दुर्गेश राय, पूर्वांचल प्रभारी उ.प्र.: tv9भारत समाचार। दक्षिण अमेरिकी देश चिली के जंगलों में आग भड़कने से 64 लोग मारे गए, जबकि 1100 से ज्यादा घर राख हो गए। आपाकालीन सेवा विभाग हेलिकॉप्टर व ट्रकों की मदद से शहरी इलाकों में आग बुझाने का प्रयास कर रहा है। बड़ी संख्या में लोग झुलस गए हैं, जिसके कारण मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। लगभग 10 लाख की आबादी वाले मध्य चिली के वालपराइसो क्षेत्र के कई हिस्सों में काला धुआं फैला हुआ है।

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तटीय शहर वीना डेल मार के आसपास के इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। गृह मंत्री कैरोलिना टोहा ने कहा, वालपराइसो की स्थिति सबसे नाजुक है। सड़कों पर भी लोगों के शव मिल रहे हैं। वर्ष 2010 के भूकंप के बाद चिली में यह सबसे बड़ी आपदा है। उस वक्त भूकंप के कारण लगभग 500 लोग मारे गए थे। राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने टेलीविजन संबोधन में कहा कि स्थिति बहुत कठिन है। फिलहाल आग 43 हजार हेक्टेयर में फैल चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक, भीषण आग ने शहर के पहाड़ी इलाके विला इंडिपेंडेंसिया को भी अपनी चपेट में ले लिया है। सड़कों पर जली हुई कारें खड़ी दिखाई दे रही हैं।

92 जंगलों में लगी है आग, तेजी से फैल रही

मध्य और दक्षिण क्षेत्र में 92 जंगलों में आग लगी है। बड़ी चिंता यह है कि आग घनी आबादी वाले क्षेत्रों की ओर फैल रही है। इस कारण लोगों, घरों और सुविधाओं के प्रभावित करने की बहुत अधिक आशंका है। बता दें कि चिली में गर्मियों के दौरान जंगल की आग आम बात है। पिछले साल यहां रिकॉर्ड गर्मी के दौरान लगी आग में 27 लोगों की मौत हो गई और 400,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि प्रभावित हुई थी।

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