हरियाणा में दुष्यंत चौटाला की बढ़ी मुश्किलें, खाली करना पड़ेगा प्रदेश कार्यालय।
विधानसभा सचिवालय की ओर से जजपा नेताओं को फ्लैट खाली करने के लिए नोटिस भेज दिया गया है। खबरों की मानें तो JJP की ओर से विधानसभा अध्यक्ष से फ्लैट खाली करने के लिए 3 महीने का समय मांगा गया था। लेकिन, विधानसभा सचिवालय से केवल 15 दिनों की राहत दी गई थी, जो 15 दिसंबर 2024 तक पूरी हो जाएंगी।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार …..हरियाणा……
हरियाणा विधानसभा चुनाव हारने के बाद जेजेपी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला कि उसके लिए बढ़ने वाली है। ऐसा इसलिए क्योंकि, विधानसभा सचिवालय में जजपा नेताओं को फ्लैट खाली करने का नोटिस जारी कर दिया गया है। ऐसे में जजपा का प्रदेश कार्यालय चंडीगढ़ के सेक्टर- 3 में स्थित फ्लैट से खाली हो सकता है और उसे दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता हैं।
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दरअसल, जिस फ्लैट में अभी जजपा का प्रदेश कार्यालय चल रहा है वो फ्लैट पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की मां और जजपा विधायक नैना चौटाला के नाम पर अलाॅट हुआ था।
वह 2019 से लेकर 2024 तक बाढड़ा सीट से विधायक रही। पिछले विधानसभा चुनाव में JJP पार्टी से 10 उम्मीदवारों ने चुनाव जीता था और जजपा के पास 10 विधायक थे। हालांकि, 2024 के चुनाव में JJP का खाता भी नहीं खुल पाया है। ख़ुद दुष्यंत चौटाला भी चुनाव हार गए हैं।
इसी वज़ह से विधानसभा सचिवालय की ओर से जजपा नेताओं को फ्लैट खाली करने के लिए नोटिस भेज दिया गया हैं। खबरों की मानें, तो जेजेपी की ओर से विधानसभा अध्यक्ष से फ्लैट खाली करने के लिए 3 महीने का समय मांगा गया था। लेकिन, विधानसभा सचिवालय से केवल 15 दिनों की राहत दी गई थी, जो 15 दिसंबर 2024 तक पूरी हो जाएंगी। बता दें कि पिछली बार जजपा ने बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी। हालांकि इस बार के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जजपा और बीजेपी का गठबंधन टूट गया था। इसके बाद जजपा पार्टी के लिए संकट खड़ा हो गया है।
वहीं, दुष्यंत चौटाला को पूरा भरोसा था कि उनकी पार्टी एक बार फिर किंगमेकर साबित होगी और उन्होंने आज़ाद समाज पार्टी (ASP) के साथ गठबंधन भी किया। लेकिन, ना जजपा का एक भी उम्मीदवार जीता और ना ही एएसपी का कोई उम्मीदवार जीता।
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