गुढ़ टनल के पास से अवैध तरीके से चोरी कर रहे बालू पर डीबीएल के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने कई ठेकेदारों और दलालों पर की कार्यवाही।

प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा सरकारी खज़ाने की चोरी करने वाले व्यक्तियों को क्यों बचाया जा रहा है? सोचनीय विषय है? डीबीएल ने कई बार इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों को लिखित में दी है। लेकिन लिखित में दिए जाने के बाद खाता पूर्ति के कार्यवाही करते छोड़ दिया जाता है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार गुढ़ (मध्य प्रदेश )।

सूत्रों द्वारा पता चला है कि कार्यवाही में कुछ दलाल प्रशासनिक अधिकारियों के संपर्क में होने के वज़ह से उन पर कार्यवाही नहीं की जा रही है।

जैसा कि आप सभी को भी पता होगा कि गुढ़ से लगी बदवार के पास दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के द्वारा एक बहुत बड़े उसमें अपने काम के उपयोग होने के बाद बचे हुए अवशेष को इकट्ठा करके रखा गया था। लेकिन इसमें कांग्रेस के नेता के बेटे के द्वारा इसमें पूरी संलिपिता के साथ खुलेआम इस अवैध बालू को 1000 से 2000 लेकर के आसपास के ठेकेदारों को बेच दिया गया। दिलीप बिल्डकॉन का इतना माल चोरी हो गया कि कम से कम 4 से 6 करोड़ रुपये की माल की बिक्री कांग्रेस नेता के बेटे के द्वारा कर दी गई है। और इसकी जानकारी मीडिया के द्वारा प्रमुखता से चलाई गई मीडिया जिस पर अधिकारी ने संज्ञान लिया।

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जांच की गई ,जहां जांच सही पाई गई। सही जांच पाए जाने पर पहले तो सभी से छोटे से लेकर बड़े ठेकेदार तक सभी पर कार्यवाही की दिखावटी की गई। सबको थाने परिसर में बुलाया गया, लेकिन थाना परिसर में पहुंचते ही कुछ चुनिंदा ठेकेदारों ने जब यह जाना कि उनके ऊपर भी गाज गिरने वाली है। तो उनके द्वारा अपने आकाओं के पास पहुंचकर नतमस्तक हुए और इस कार्यवाही से बचने के लिए कुछ तो चरण स्पर्श और कुछ तो नोटों की गड्डी लेकर पहुंचे।

यहां सूत्रों के द्वारा जानकारी मिली है कि उसमें कुछ लोगों के ऊपर FIR दर्ज़  हो चुकी है। लेकिन कुछ चुनिंदा लोगों को बचाया जा रहा है। राजनीतिक सफेद पोश नेताओं के चक्कर में और कुछ चुनिंदा लोगों के ऊपर प्रशासनिक अधिकारियों की छत्र छाया भी मिल रही हैं। जिसकी वजह से उनको छूट दी जा रही है।

प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा सरकारी खजाने की चोरी करने वाले व्यक्तियों को क्यों बचाया जा रहा है? सोचनीय वाला है विषय?

डीबीएल ने कई बार इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों को लिखित में दी है। लेकिन लिखित में दिए जाने के बाद खाना पूर्ति की कार्यवाही करते ही छोड़ दिया जाता हैं। लेकिन अब फिर से प्रशासनिक अधिकारियों ने चोरी किए गए माल जानकारी मीडिया के माध्यम से जब पता चला और उनके द्वारा संज्ञान लिया गया, और जहां की जानकारी डीबीएल कंपनी को हुई तो उसने भी संज्ञान लिया और कई व्यक्तियों की चोरी करने में जो हाथ दे रहे थे, और माल की बिक्री कर रहे थे, उनकी पहचान करके नाम की लिस्ट दी गई है। लेकिन इन नामों में कुछ गिने-चुने लोगों का नाम हटा दिया गया है।

जिसमें कुछ तो प्रशासनिक अधिकारियों के संपर्क में और कुछ सफेद पोश नेताओं की संरक्षण प्राप्त होने की वज़ह से उनका नाम कार्यवाही से हटकर बाकी अन्य लोगों पर कार्यवाही कर दी गई है। जहां सूत्रों द्वारा पता चला है कि इसमें जिन लोगों के नाम के द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बचाया जा रहा है, उनके नाम का भी खुलासा किया जाएगा, क्योंकि जिन नाम की लिस्ट और लोगों की पहचान डीबीएल कंपनी द्वारा की गई है उन पर सभी पर FIR नहीं की जा रही हैं।

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