घोर कलयुग : जल्लाद बेटे का खूनी खेल, बीमे का पैसा हड़पने के लिए अपनी ही मां को उतार दिया मौत के घाट

बीमा के 55 लाख रुपए की धनराशि पाने के लिए, जल्लाद बेटे ने अपनी ही मां की गला घोट कर हत्या कर दी।

मुकेश कुमार  (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV9 भारत समाचार  फतेहपुर (उत्तर प्रदेश)।  उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में जेवर और बीमा का 55 लाख रुपए हथियाने के लिए जल्लाद बेटे ने अपनी ही मां को गला घोट कर मौत के घाट उतार दिया। शव को यमुना नदी के किनारे बने टिले के पीछे फेंक दिया। ग्रामीणों की खोजबीन करने के बाद शव मिला।

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पिता ने बेटे की संदिग्ध हरकतों के आधार पर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी। रिपोर्ट दर्ज होने की खबर लगने के बाद बेटा घर से भाग गया है। वारदात में दो अन्य लोग भी शामिल बताए जा रहे हैं। जिले के धाता थाना क्षेत्र के अढोली गांव के रोशन सिंह पटेल मंगलवार सुबह चित्रकूट, राजापुर हनुमान मंदिर दर्शन करने गए थे।

रोशन दोपहर लगभग 1:00 बजे घर लौटकर आए। घर पर 49 वर्षीय पत्नी प्रभादेवी के नहीं मिलने पर 23 वर्षीय बेटे हिमांशु से पूछा। हिमांशु ने बताया कि मां नाना की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें देखने सुनारी गांव गई है। रोशन ने बताया कि शाम को करीब 6:30 बजे हिमांशु ने खाना बनाया।

कुछ देर बाद वह खेत में पानी लगाने की बात कह कर घर से निकला गया। देर रात खेत से लौटने के बाद वह सोने चला गया। रात करीब 2:00 बजे आहट पर उनकी नींद खुली तो चारपाई की बगल में लोहे की राड और धारदार बांका पड़ा हुआ था। इस दौरान घर के सारे दरवाजे खुले होने पर वह चोर की आशंका पर छत पर पहुंचे तो वहां हिमांशु मौजूद था।

हिमांशु के तेवर देख घबराकर रोशन ने सीढ़ीयों (जिने ) का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। रोशन ने बताया की शंका होने पर उसने भूसे की कोठरी में जाकर देखा तो वहां घसीटने के निशान बने थे। भूसे में पत्नी की चप्पल पड़ी देखी।  दहशत में वह पूजा घर में छप गया बताया, कि उनके फोन से सारे नंबर भी हटा दिए थे। जिससे वह किसी से संपर्क भी नहीं कर सके।

बुधवार तड़के करीब 4:00 बजे पड़ोसी चचेरे भाई जय सिंह का दरवाजा खुलने पर वह उसके पास पहुंचे और आपबीती बताई। जय सिंह ने सुनारी गांव में फोन कर भाभी प्रभा के बारे में पूछा तो वहां से पता लगा कि प्रभाव मायके आई ही नहीं है।

सुबह 6:00 बजे सीढ़ी का दरवाजा खोलकर हिमांशु से पूछताछ के लिए सभी पहुंचे तो वह छत पर नहीं था। पड़ोसी की छत के रास्ते वह भाग गया था। कुछ लोगों ने बताया कि हिमांशु को मंगलवार को ट्रैक्टर से जाते देखा था। परिजनों को पता चला कि ऐराई गांव में नदी के किनारे बने टीले पर एक महिला का शव पड़ा है। परिजनों ने जाकर देखा तो बोरे में प्रभाव का शव भरा हुआ पड़ा था।

एएसपी ने बताया कि पिता के अनुसार बीमा पॉलिसी के 55 लाख रुपए पाने के लिए बेटे ने मां की हत्या की है। पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर हत्या आरोपी बेटे की तलाश की जा रही है। पुलिस ने वारदात में दो अन्य लोगों के शामिल होने का अंदेशा भी जताया हैं। मामले की गहनता से जांच की जा रही है।

मां के बाद पिता की हत्या में बेटे के हाथ कांप गए, शायद यही वजह रही की रोशन सिंह पटेल जिंदा है। जल्लाद बेटा योजना के तहत पिता को भी मारने के इरादे से उनकी चारपाई तक पहुंचा था। उस समय रोशन गहरी नींद में सो रहा होगा।

हिमांशु के पास अपने पिता रोशन को करने का पूरा मौका था, परंतु उसके अचानक हाथ कांप गए होंगे जिस कारण वह अपने पिता रोशन को नहीं मार पाया।  बताया जा रहा है कि हिमांशु ज्वारी था। हिमांशु ऑनलाइन सट्टा जुआ खेलता था। कई लोगों से बैंक लोन के नाम पर हिमांशु ने कर्ज ले रखा था।

कर्ज के चक्कर में तीन दिन पहले हिमांशु ने मां के कमरे से 15000 रुपए के सोने के जेवरात और 1 किलो चांदी की भी चोरी कर ले गया था। देररात चोरी करने का पता चलने पर सोमवार को पिता ने फटकारा था और जेवरात लाने की बात कही थी। इस दौरान किसी से मोबाइल पर हिमांशु ने पिता की बात कराई थी।

मोबाइल पर बात करने वाले शख्स ने बोला था कि वह जेवरात लौटा देगा। जेवर के चक्कर से हिमांशु तनाव में था। मां भी जेवरात के लिए दबाव बना रही थी। हिमांशु ने मां की हत्या के बाद शव को भूसे के प्लास्टिक बोर में भरा था। उसे मालूम था कि करीब 1:00 के आसपास पिता राजापुर से लौटकर आ जाएंगे।

इसी वजह से मंगलवार की सुबह ही हत्या कर दी। उसने आनन फानन में ट्रैक्टर ट्राली में शव का बोरा रखा और नदी के किनारे छुपा कर भाग आया था। मां की हत्या का पिता से राज खुलने का डर थाव हिमांशु नदी में शव फेंकना चाहता था। तो साथियों संग शाम लगभग 5:00 बजे हिमांशु मोटरसाइकिल से पहुंचा था।

नदी के किनारे शवदह  का निर्माण हो रहा है। निर्माण सामग्री की सुरक्षा के लिए वहां चौकीदार झोपड़ी बनाकर रहता है। चौकीदार ने तीनों को टोका था और दोबारा न आने को भी बोला था। इसी वजह से हिमांशु बारिश में खेत पर पानी लगाने के बहाने फिर घर से निकला था।

रात लगभग 11:00 बजे हिमांशु मोटरसाइकिल से साथियों के साथ शव को ठिकाने लगाने टीले पर गया था। चौकीदार ने पुलिस को बताया कि रात को मोटरसाइकिल बाइक सवार उसे झोपड़ी में देखकर भाग निकले थे। पुलिस हिमांशु के साथ रहने वाले दोस्तों की भी तलाश में जुटी है।

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