ज्ञानवापी की सेटेलाइट मैपिंग में मिले मूर्तियों के टुकड़े
सर्वे के समय एएसआई टीम के अधिकारियों संग तहखाने मे हिंदू-मुस्लिम पक्ष के वकील भी रहे मौजूद, अब तक के सर्वे में एएसआई टीम ने पत्थर के टुकड़े, दीवार की प्राचीनता और नींव के सैंपल लिए
वाराणसी। ज्ञानवापी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का सर्वे शनिवार सुबह नौ बजे से शुरू होकर शाम पांच बजे तक चला। दोपहर में सर्वें कार्य लगभग दो घंटे के लिए रुका रहा, इस दौरान सर्वे कार्य में लगे लोगों ने जलपान और भोजन किया। जलपान के बाद शुरू हुआ सर्वे कार्य शाम 5:00 बजे तक चला इस दौरान एएसआई की सर्वें टीम के साथ तहखाने मे हिंदू और मुस्लिम पक्ष के वकील भी मौजूद रहे।
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पहले शुरुआती चार घंटे के सर्वे में चार टीमों ने ज्ञानवापी हॉल, तहखाना, पश्चिम दीवार, बाहरी दीवार और सेंट्रल के मैप तैयार किए। सर्वे की कार्यवाही गुरुवार से चल रही है। शुक्रवार को भी छह घंटे तक सर्वे किया गया था। वजूखाने को छोड़कर पूरे परिसर का सर्वे होना है। इस बाबत हिंदू पक्ष के वकील अनुपम द्विवेदी ने बताया कि ज्ञानवापी की थ्रीडी इमेजिंग, सेटेलाइट से मैपिंग में मूर्तियों के कुछ टुकड़े मिले हैं। साथ ही प्राचीन मंदिर के भग्नावशेष हैं। एक-दो दिन के अंदर जीपीआर मशीन भी लगेगी। आज व्यास जी के तहखाने में सफाई करके बिजली बत्ती लगाई गई है। कोई देव मूर्ति नहीं मिली है।
तहखाने में पिलरों के टूटे अवशेष दिखे हैं। पिछले साल के सर्वे से कहीं ज्यादा प्रमाण इस बार देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले कमिशन की कार्रवाई के दौरान मूर्तियां और कुछ अवशेष मिले थे। एएसआई साइंटिफिक संस्था है। पिछली कार्रवाई में किसी चीज को छूने का अधिकार नहीं था। सिर्फ आंखों के सामने जो दिख रहा था वही हम कर पा रहे थे। एएसआई इस बार चीजों को छूकर महसूस करते हुए जांच कर रही है। जीपीआर भी एक-दो दिन में आने वाला है। इसके बाद स्थिति और भी स्पष्ट हो जाएगी। पूरे मामले की रिपोर्ट एक्सपर्ट निरंतर तैयार कर रहे हैं।
वही आज सभी तरह की चाबियां हमें मिल गई हैं। मुस्लिम पक्ष ने आज सहयोग किया है। अंदर घुसने के बाद पूरी मैपिंग की गई। एएसआई की टीम ने मुख्य मस्जिद का हिस्सा जिसे हॉल कहते हैं वहां की पूरी मैपिंग की है। इसके अलावा व्यास जी के तहखाने में भी दाखिल हुई है। कल रविवार है मगर कार्रवाई जारी रहेगी। सुबह 8 से शाम 5 बजे तक कार्रवाई होगी। सिर्फ 12:30 से 2:30 बजे तक भोजन और नमाज की वजह से कार्रवाई बंद रहेगी।
मुस्लिम पक्ष सर्वे के दौरान मौजूद रहा। इंतजामिया कमेटी के वकील मुमताज परिसर से बाहर आए। उन्होंने कहा अंदर सर्वे चल रहा है हम संतुष्ट हैं। मस्जिद का ताला खोला गया है। मशीनें अंदर मौजूद हैं। लेकिन उनका इस्तेमाल नहीं किया गया है। तहखाने को खोलने के लिए कहा गया है। अभी वो बंद है। अब तक सिर्फ चीजों को आंखों से देखकर उनकी लिस्ट तैयार की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के मुताबिक वहां ना मिट्टी का सैंपल, ना कोई पत्थर का टुकड़ा ले सकते हैं। अंदर कमेटी से दो वकील और एक सचिव हैं।
एएसआई टीम सैंपल बैग, चार्ट पेपर, बाल्टी, कुदाल, छाता, केमिकल लेकर परिसर में पहुंची। टीम ने शुक्रवार को परिसर में मिट्टी का सैंपल लिया था। इस दौरान ज्ञानवापी परिसर को चार ब्लॉक में बांटा गया है। चारों तरफ कैमरे लगाए हैं। वीडियोग्राफी की जा रही है। ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार पर सबसे ज्यादा फोकस है। दीवार की बारीक स्कैनिंग की जा रही है। कलाकृतियों को देखा जा रहा है।
हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर ने कहा इमेजिंग, मैपिंग और साफ-सफाई हुई है। मॉडर्न टेक्नीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। मैं भी सर्वे में हिस्सा ले रहा हूं। कितना समय लगेगा ये कहना मुश्किल है। एएसआई टीम ये पता लगाएगी कि स्ट्रक्चर कितना पुराना है। क्या कुछ नया कंस्ट्रक्शन हुआ है। जीपीआर किया जाएगा। एएसआई की टीम ने अब तक सर्वे में पत्थर के टुकड़े, दीवार की प्राचीनता और नींव के सैंपल लिए हैं। इसके अलावा अवशेष की प्राचीनता, अन्न के दाने और दीवारों की कलाकृतियां मिट्टी का सैंपल जुटाया गया है।
सर्वे के दौरान पूरे जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही मंदिर के आसपास कड़ी सुरक्षा के बंदोबस्त हैं। अभी तक दो दिन के सर्वे में पूरे परिसर की पैमाइश हो चुकी है। चार सेक्टर बनाकर 100 मीटर एरियल व्यू फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की जा चुकी है। अब तक पश्चिमी दीवारों के निशान, दीवार पर सफेदी का चूना, ईंट में राख और चूने की जुड़ाई समेत मिट्टी के कई सैंपल जुटाए हैं। जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।
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