हल्दी की खेती के प्रशिक्षण के लिए हरिद्वार रवाना हुए किसान, डीएम ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

जिले के विकासखंड मिहींपुरवा के किसान हल्दी की खेती और उसकी प्रोसेसिंग का आधुनिक प्रशिक्षण लेने के लिए हरिद्वार, उत्तराखंड रवाना हुए

अतुल त्रिपाठी
बहराइच : उत्तर प्रदेश।
यूपी के बहराइच जिले के किसानों के लिए एक बड़ा अवसर आया है। जिले के विकासखंड मिहींपुरवा के किसान हल्दी की खेती और उसकी प्रोसेसिंग का आधुनिक प्रशिक्षण लेने के लिए हरिद्वार, उत्तराखंड रवाना हुए। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने हरी झंडी दिखाकर किसानों के दल को रवाना किया। यह प्रशिक्षण पतंजली आयुर्वेद लिमिटेड के सहयोग से आयोजित किया गया है, जिसका उद्देश्य किसानों को हल्दी उत्पादन में नई तकनीकों से अवगत कराना और उनकी आय में वृद्धि करना है।

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आपको बताते चलें कि बहराइच जिले के किसानों के लिए हल्दी की खेती एक महत्वपूर्ण व्यवसाय बनती जा रही है। मिहींपुरवा विकासखंड में बड़े पैमाने पर हल्दी की खेती की जाती है, लेकिन उचित मूल्य न मिलने के कारण किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। इस समस्या के समाधान के लिए जिलाधिकारी और उप-कृषि निदेशक ने पतंजली आयुर्वेद लिमिटेड के साथ समझौता (MoU) किया था। इस समझौते के तहत किसानों को न केवल हल्दी की आधुनिक खेती के गुर सिखाए जाएंगे, बल्कि प्रोसेसिंग और मार्केटिंग के तरीकों की भी जानकारी दी जाएगी।

प्रशिक्षण से क्या लाभ मिलेगा?

हरिद्वार स्थित पतंजली आयुर्वेद लिमिटेड में किसान उन्नत खेती और हल्दी प्रोसेसिंग यूनिट के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। उन्हें यह सिखाया जाएगा कि हल्दी की गुणवत्ता को कैसे बढ़ाया जाए और बाजार में अच्छे दाम कैसे प्राप्त किए जाएं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत किसानों ने हल्दी प्रोसेसिंग से संबंधित मशीनों के लिए अनुदान आवेदन भी किया है, जिससे वे अपने जिले में ही प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित कर सकेंगे।

जिला प्रशासन और कृषि विभाग की पहल

इस मौके पर जिलाधिकारी मोनिका रानी, मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चंद्र, उप-कृषि निदेशक शिशिर कुमार वर्मा, जिला कृषि अधिकारी सूबेदार यादव, टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (बीएमजीएफ) के प्रतिनिधि अरविंद मिश्रा और एफपीओ के सीईओ व निदेशक मंडल उपस्थित रहे।

जानिए दल में कौन-कौन हुआ रवाना?

इस प्रशिक्षण के लिए बेब राज फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, प्रत्युष बायोएनर्जी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड और वीरांगना लक्ष्मीबाई महिला किसान उत्पादक संगठन के कुल आठ प्रतिनिधियों को भेजा गया है। ये किसान वापस आकर अन्य किसानों को भी इस तकनीक से अवगत कराएंगे, जिससे पूरे जिले में हल्दी उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।

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