इटावा में इकदिल कस्बा में चल रही नकली घी की फैक्ट्री?
हर रोज 100 किलो से ज्यादा मिलावटी की सप्लाई होता है।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार इकदिल कस्बा (इटावा)। इटावा।
जिले में मिलावट का गोरखधंधा सरेआम चल रहा है।
खाद्यसुरक्षा का विभाग द्वारा निरंतर कार्यवाही नहीं करने की वजह से मिलावट खोरों के हौसले बुलंद है।
करीब एक वर्ष से अधिक समय से इकदिल कस्बा में सौरभ वाली गली में नकली घी बनाने का कारोबार चल रहा है।
लेकिन विभागों को इसकी खबर तक नहीं लगी।
नकली देसी घी बनाने की फैक्ट्री खुलेआम चल रही है।
दुकान में चल रही फैक्ट्री में वनस्पति घी में मेडिकल डालकर महल 5 मिनट में देसी घी तैयार किया जाता था? सूत्र,
गैस की भट्टी पर बड़े एक भगोना में नकली घी को गर्म कर तैयार किया जा रहा है आप तस्वीरों में साफ देख सकते हैं।
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इन चीजों से बनता है नकली घी-
हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो नकली घी बनाने में रंग,एसेंस, पामोलिन और वनस्पति घी का प्रयोग किया जाता है। खाद्यपदार्थ में दुकानदार अपने-अपने ढंग से मिलावट करते हैं।
मोटे मुनाफे का लालच करवा रहा अपराध-
विशेषज्ञों ने बताया कि मिलावटी घी बनाने में 200 से ₹250 खर्च आता है और यह होलसेल में 300 से ₹400 तक में बिकता है। इसे दुकानदार 600 से 750 रुपए में बेचता है। वही शुद्ध घी की बात करें तो यह 900 से ₹1000 में मिलता है।
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नकली घी शरीर के लिए खतरनाक, कैंसर तक का खतरा-
दीपावली को लेकर बाजार में तैयारी भी शुरू हो चुकी है। सीएमओ डॉ गीताराम ने बताया कि मिलावटी चीजों के इस्तेमाल से किडनी ,लीवर और दिल पर असर पड़ता है। इसे कैंसर तक हो सकता है। पेट और स्क्रीन के रोग तो तुरंत दिखाई देने लगते हैं। लेकिन बाकी बीमारियां धीरे-धीरे घेरती है।