एकता गुप्ता हत्याकांड का रहस्यमय केस, जिसको सुलझाने के बजाय उलझाया जा रहा है।
हत्यारोपी की यह बाइक डीएम के परिसर में कई महीने से खड़ी है वह भी पुलिस सिक्योरिटी के संरक्षण में। एकता की लाश जहां मिली, वह परिसर अधिकारी के घर से सटा हुआ है उसमें कार जा नहीं सकती है।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार कानपुर (उत्तर प्रदेश)। कानपुर में डीएम आवास परिसर के में गेट के पास और संतरी पोस्ट के करीब एक बाइक खड़ी है। दावा किया जा रहा है कि बाइक हत्या के आरोपित विमल कुमार की है। एक-एक करके जैसे सबूत संदेहजनक जांच चल रही है, वह कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।
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हत्यारोपी की यह बाइक डीएम के परिसर में कई महीनों से खड़ी है। वह भी पुलिस सिक्योरिटी के संरक्षण में, पुलिस ने आरोपी की बाइक को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।
एकता की लाश जहां मिली वह परिसर जिलाधिकारी के घर से सटा हुआ है और वहां जाने का एक रास्ता कैंप ऑफिस से है। जिस गेट से कर में सीड बॉडी के जाने का दवा है, उसमें कर जा नहीं सकती है।
सीसीटीवी पूरे इलाके के खराब बता दिए गए हैं। ऑफिसर्स क्लब में लड़कियों के आने के दावे तक किए गए हैं। हत्यारोपी की बहन को डीएम ऑफिस में किसी को कॉल करते हुए भी पकड़ा गया है।
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अब 5 महीने बाद वहीं से हत्यारोपी की बाइक मिल रही है। परिजन लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। जिससे यह पता चल सके कि आरोपी कौन है? पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। और घर के परिजन सीबीआई के द्वारा जांच की मांग कर रही है।
कानपुर के विधायक और सांसद सन्नाटा खींचे हैं और एकता गुप्ता का परिवार इंसाफ की तलाश में ठोकर खा रहा हैं।