एक शानदार बॉक्सर अनमोल बिश्नोई, फिर कैसे लॉरेंस से भी बड़ा गैंगस्टर बन गया उसका छोटा भाई अनमोल बिश्नोई?

अनमोल अब गिरफ्तार हो चुका है तो यही सही मौका है कि हम उसके बारे में वह हर बात जान लें ,जो आम आदमी के दिमाग में उठ रही है। मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से ही लॉरेंस बिश्नोई और उसके भाई अनमोल बिश्नोई की खूब चर्चा हो रही है। लॉरेंस के कहने पर अनमोल बिश्नोई ने ही इस वारदात की साज़िश रची थी।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार गैंगस्टर (अनमोल विश्नोई)। देश के टॉप गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को 9 साल की बादशाहत के बाद आखिरकार अमेरिका में अरेस्ट कर लिया गया है। अब उसे भारत लाने के लिए तमाम कानूनी औपचारिकताओं का पालन किया जा रहा है। इस खूंखार बदमाश को लॉरेंस की गैंग में छोटे गुरुजी और छोटा डॉन के रूप में जाना और पहचाना जाता है। यह लॉरेंस से भी खतरनाक और निर्दयी है। कुछ लोग कहते है कि अनमोल बिश्नोई की वजह से ही लॉरेंस गैंग देश और दुनिया में इतने बड़े स्तर पर कुख्यात हो पाई है।

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अनमोल बिश्नोई अब गिरफ्तार हो चुका है, तो यही सही मौका है कि हम उसके बारे में हर बात जान लें। जो आम आदमी के दिमाग में उठ रहे हैं। मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सही लॉरेंस बिश्नोई और उसके भाई अनमोल बिश्नोई की खूब चर्चा हो रही है। लॉरेंस के कहने पर अनमोल विश्नोई ने ही इस वारदात की साजिश रची थी और अपने शूटरों को भेजकर इस वारदात को अंजाम दिया था। लॉरेंस बिश्नोई के जेल जाने के बाद क्राइम वर्ल्ड में उसका केवल नाम चलता है, लेकिन उसके नाम से होने वाली सभी वारदातों को उसका छोटा भाई अनमोल बिश्नोई अंजाम देता है‌

बॉक्सिंग चैंपियन था अनमोल बिश्नोई ……………..

साल 2012 में लॉरेंस पहली बार जेल गया और छुटने के बाद उसने संपत नेहरा , गोल्डी बरार आदि बदमाशों की गैंग बना ली‌। इसके बाद हरियाणा, पंजाब ,राजस्थान में उसका बड़ा नाम हो गया। इस दौरान राजस्थान के माउंट आबू में पढ़ाई कर रहे अनमोल ने भी स्कूल छोड़ दिया। उसे समय वह अपनी उम्र के बच्चों में बॉक्सिंग चैंपियन था। पहले सिद्धू मूसेवाला और अब बाबा सिद्दीकी की हत्या में चर्चा में आए। इस बदमाश ने ही सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करवाई थी।

कहा जाता है कि उम्र में लॉरेंस बड़ा है लेकिन आपराधिक कद अनमोल का बड़ा है, महेश 25 साल की बदमाश के औरे का अंदाजा इतने सही लगाया जा सकता है कि यह साल 2015 से गैंग की कमान संभाल रहा है, और कनाडा में‌ बै‌ठ कर यह भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका ,अज़रबैजान ,यूएई, पुर्तगाल, केन्या और मेक्सिको आदि देशों में 70 से अधिक शार्प शूटर्स को डील कर रहा है‌। यह 700 शूटर्स तो वह है जिनका बड़ा नाम है, इनके अलावा छोटे-मोटे शूटर्स की संख्या तो हजारों में है‌।

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अनमोल बिश्नोई अपनी टीम में खूब बहस करता है। लेकिन जैसे ही लॉरेंस की बात आती है तो वह चुप हो जाता है। अनमोल कहता है कि गुरु जी ने जो कहा, वही सही, इसी तर्ज पर अनमोल लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर सभी वारदातों को अंजाम देता है। सूत्रों के मुताबिक, गैंग में सभी फैसले खुद अनमोल ही लेता है। लेकिन किसी बड़े अपराध को अंजाम देने के लिए लॉरेंस की अनुमति लेना नहीं भूलता है। उदाहरण के तौर पर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए लॉरेंस बिश्नोई ने बस यह कहा था कि उसे खत्म करो, इसके बाद इस वारदात को कैसे अंजाम देना है? यह सब कुछ अनमोल ने तय किया था।

इस वारदात के कई दिन बाद उसे पता चला था कि सिद्धू मूसे वाला की हत्या विक्की मुद्दुखेड़ा की हत्या के बदले के तौर पर हुई है। यह पहली घटना है जिसमें अनमोल का‌ नाम किसी बड़े और हाई प्रोफाइल केस में सामने आया था। इस वारदात के बाद ही अनमोल नेपाल के रास्ते देश से फरार हुआ था। इस बदमाश को पहले बार फाजिल्का पुलिस ने अवैध हथियार के साथ पकड़ा था। सूत्रों के मुताबिक, इसके शूटर इसके एक इशारे पर कुछ भी करने को तैयार रहते हैं।

कहीं देश में बड़े-बड़े उद्योगपतियों से रंगदारी वसूलता है और पूरी रकम अपने शूटर्स पर खर्च कर देता है। अनमोल की यह बढ़ती हुई ताकत का परिणाम है कि पिछले साल एन आई ए ने उसके ऊपर 10 लाख रुपए का न केवल इनाम घोषित किया बल्कि उसकी अरेस्टिंग के लिए रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कराया था। अब इस रेट को नोटिस के तहत अनमोल बिश्नोई को डिटेन किया गया है। उसे अमेरिका से भारत लाने की कोशिशें तेज हो गई है।