दुबई से AI के जरिए चलता था ट्रेंडिंग का खेल, अमेरिका में होता था निवेश।

सूत्रों के अनुसार, मुज़फ्फरनगर निवासी लविश चौधरी ने ट्रेडिंग कंपनी वाइएफ एक्स बोट ब्रो टीएलसी एक का पंजीकरण जुलाई 2023 में अमेरिका के मीएमई बीच एफ एल में कराया था। कंपनी के सीईओ लविश, शामली निवासी नवाब, राशिद मुख्य व्यक्ति हैं। इसके अलावा कहीं देश में उक्त लोगों ने एक करोड़ से अधिक लोगों को निवेश के लिए जोड़ रखा है। 2 साल पहले लव इस दुबई चला गया था। वहीं से कंपनी का संचालन कर रहा है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार एजेंसी नई दिल्ली। 

मुज़फ्फरनगर के लविश चौधरी के साथ मिलकर नवाब ने ढाई साल में करोड़ों रुपए की संपत्ति बना ली थी। आरोपितों की कंपनी में डॉलर के रूप में निवेश कराया जाता था। और ट्रेंडिंग रोबोट यानी AI के माध्यम से होती थी। करोड़ों रुपए की संपत्ति बनाने के बाद लविश दुबई चला गया था। जबकि नवाब भारत में रहकर कार्य देख रहा था। शामली के भी 250 से अधिक लोगों ने रुपए निवेश किए थे। ईडी लेन-देन करने वाले सभी लोगों को जल्दी पूछताछ कर सकती है।

अप्रशिक्षित चिकित्सा नवाब 6 साल पहले अपने गांवको छोड़कर शामली आ गया था। 2 सालों में वह करोड़पति बन गया। और उसके घर रोजाना लोगों का आना-जाना लगा रहता था।

सूत्रों के अनुसार, मुज़फ्फरपुर निवासी लविश चौधरी ने “ट्रेंडिंग कंपनी वाइएफ एक्स बोट ब्रो टीएलसी” एक का पंजीकरण जुलाई 2023 में अमेरिका के मीएमई बीच एफ एल में कराया था। कंपनी के सीईओ लविश चौधरी, शामली निवासी नवाब, राशिद मुख्य व्यक्ति हैं।

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इसके अलावा, कई देशों में उक्त लोगों ने एक करोड़ से अधिक लोगों को निवेश के लिए जोड़ रखा है। 2 साल पहले लविश दुबई चला गया था। वहीं से कंपनी का संचालन कर रहा है।

आरोपितों ने शामली, मुज़फ्फरनगर, बागपत, मेरठ, सहारनपुर समेत देश भर के एक करोड़ से अधिक लोगों को अपने एप्लीकेशन से जोड़ रखा है। बोट ब्रो टीएलसी में निवेश शहर निवासी एक व्यक्ति ने बताया कि इस कंपनी में ट्रेडिंग का कार्य रोबोट AI के माध्यम से करता है। भरोसा दिलाया जाता है कि रोबोट ट्रेडिंग करेगा और रुपए डूबने नहीं देगा। इसके लिए रोबोट की फीस 1 साल में ₹10,000 होती हैं।

कंपनी की ओर से प्रथम चरण में 2000 डॉलर यानी 1 लाख 60 हजार रुपए का निवेश और ₹10,000 रोबोट फीस यानी कुल 1 लाख 70 हजार रुपए का निवेश कराया जाता है। रोबोट 1 महीने में 10 हज़ार ₹200 बड़ा कर देता है। यह 10 हज़ार ₹200 प्रत्येक महीने की 5 तारीख को निवेश करने वाला व्यक्ति निकाल लेता है। इसके अलावा, जो 2,000 डॉलर निवेश के होते हैं, वह 6 महीने के बाद ही निकाला जा सकता है। शामली के कई लोगों ने कंपनी में निवेश कर करोड़ों रुपए कमा लिए हैं। सूत्रों की मानें तो जल्द ही उक्त लोगों के घर भी छापेमारी हो सकती हैं।

सूत्रों से जानकारी मिली है कि आरोपितों के भारत के अलावा, कई अन्य देशों में भी बैंक खाते हैं। आरोपित शामली के अलावा मुख्य रूप से दुबई में पैसे जमा कर रहे थे। लविश चौधरी लंबे समय से दुबई में ही रहता है। ईडी की टीम जल्द ही आरोपित के बारे में जानकारी लेंगे।

बोट ब्रो कंपनी के निदेशक लविश चौधरी और कंपनी से जुड़े अन्य कई लोगों ने यूट्यूब पर चैनल बना रखे हैं। जिसके माध्यम से वह मोटिवेशनल वीडियो बनाकर लोगों को निवेश करने का लालच देते हैं। इसके कंपनी में 10 लाख से अधिक रुपए निवेश करने वाले व्यक्ति को उसके शहर में ही गारंटी के तौर पर एक प्लाट दिया जाता है। जबकि 5 लाख से अधिक रुपए निवेश करने वाले व्यक्ति को 10 दिन का दुबई टूर दिया जाता है‌। जिसके लालच में आकर व्यक्ति रुपए निवेश कर देते हैं।

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