गोरखपुर के हिंदी बाजार से धंधेबाज पंडित को लखनऊ उठा ले गई डीआरआई की टीम, करता था सोना खरीद फरोख्त का अवैध धंधा
डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) की टीम ने शुक्रवार की रात को सुल्तानपुर में अवैध सोने के साथ पकड़ लिया
गोरखपुर। हिंदी बाजार के प्रसिद्ध सोने के धंधेबाज पंडित को डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) की टीम ने बीती रात को सुल्तानपुर में अवैध सोने के साथ पकड़ लिया। इसके परंपरागत सोने के व्यापार के आरोप में, उनकी पहले भी गिरफ्तारी हुई थी, कहा जाता है इसके बाद से वे अवैध सोने की खरीद-बिक्री का व्यापार बड़े पैमाने पर कर रहे थे।
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रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीआरआई की टीम ने हरबंश राम गली में स्थित एक सराफा व्यापारी की दुकान पर डॉक्यूमेंट और सबूतों के साथ छापा मारा। बताया जा रहा है कि पंडित ने लंबे समय से बिना किसी प्रमाणिक अनुमति के सोने की खरीद-बिक्री का व्यापार किया था।
पंडित के साथ गिरफ्तारी के पिछले चरण में डीआरआई की टीम ने गोरखपुर से बाहर एक बड़े सोने के व्यापारी को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से भारी मात्रा में अवैध सोना बरामद किया गया था। इस घटना के बाद, पंडित का नाम डीआरआई की लिस्ट में आया था, और उन्होंने अपने व्यापार को सुल्तानपुर में जारी रखा।
डीआरआई की टीम ने सोने के धंधेबाज के बिजनेस से जुड़े डॉक्यूमेंट, बिल्स, और अन्य आवश्यक निरीक्षण के सबूत जुटाए। साथ ही, उन्होंने सोने के ज्वेलरी के स्टॉक को भी जब्त किया, जिसमें अनगिनत गहनों का संग्रह था।
विशेषज्ञों का कहना है कि हिंदी बाजार में सोने के धंधे का अवैध होना सामान्य नहीं है, और इसके लिए विशेष अनुमतियों की आवश्यकता होती है। पंडित की गिरफ्तारी ने इस बड़े सोने के व्यापार में सुरक्षा बढ़ा दी है और नियमों के पालन को महत्वपूर्ण बना दिया है।
इस घटना के बाद, स्थानीय जांच एजेंसियों ने भी कार्रवाई की है और डीआरआई की टीम के साथ मिलकर अवैध सोने के धंधे को रोकने के लिए कदम उठाए हैं।
इस मामले में डीआरआई की टीम ने सुबह तक पंडित की जांच और पूछताछ कार्यक्रम चलाया, जिसमें उन्होंने अपने व्यापार की विवरणी दी और सोने के व्यापार के सभी पहलुओं को जानकारी दी। पंडित ने व्यावासिक गतिविधियों के संबंध में बताया कि वे बहुत सालों से सोने के व्यापार में हैं और उनका काम विश्वासपूर्ण तरीके से चल रहा है।
इस दौरान, टीम ने पंडित की खाता-किताब और वित्तीय दस्तावेजों की भी जांच की, जिससे सोने के व्यापार में व्यापक छानबीन की जा सकी।
डीआरआई की टीम ने इस घटना के बाद सोने के व्यापार के सभी अंशों को मामूली या अवैध तरीके से काम करने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की बात की है। साथ ही, वे लोगों को सोने के व्यापार में नियमों का पालन करने की महत्वपूर्ण बातों का भी संदेश देने का काम कर रहे हैं।
इस मामले में पंडित की गिरफ्तारी ने दिखाया कि किसी भी कारोबार में नियमों का पालन करना और साहित्यिक प्रमाणित तरीके से काम करना कितना महत्वपूर्ण है, खासकर सोने के व्यापार में। यह घटना सोने के व्यापार में नियमों का पालन करने और डीआरआई के नियमों का पालन करने की महत्वपूर्ण संदेश देती है, ताकि इस धंधे में अवैधता को रोका जा सके।
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