दहेज के लिए ससुराली जनों ने विवाहिता को मारपीट कर निकला घर से
शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्यवाही, पुलिस प्रशासन मौन।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV9 भारत समाचार कौशांबी (उत्तर प्रदेश)। जिले में दहेज लोभियों द्वारा फिर एक महिला को प्रताड़ित किया जा रहा है और जान से मारने की धमकी दी गई है। यह मामला जनपद कौशांबी के गांव सीरियावा थाना चरवा का है। पीड़िता तैयबा का निकाह ऑलवैश अली जो कि गांव रामपुर मडूकी फैजपुर थाना मंझनपुर जनपद कौशांबी निवासी का बताया जाता है। दोनों का निकाह मुस्लिम परंपरा के अनुसार हुआ था। तैयबा के पिता ने अपनी हैसियत अनुसार कर्जपात लेकर बड़ी ही धूमधाम से विवाह संपन्न करा कर अपनी बेटी को घर से विदा किया था।
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पिता ने हमसे बात करने से दौरान बताया कि मैंने अपनी बेटी का निकाह करने के साथ-साथ माननीय उच्च न्यायालय प्रयागराज में रजिस्टर्ड कोर्ट मैरिज भी करवा रखी है। जिसके उनके पास सबूत है। उनका कहना है कि शादी के कुछ ही महीनों बाद बेटी को ससुराल पक्ष द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा। उससे दहेज की मांग की जाने लगी। जिसमें चार पहिया वाहन, मारुति सुजुकी वेरना तथा 10 लाख रुपए नगद की मांग की जाने लगी। उनकी पुत्री ने उन्हें जानकारी दी कि सास अहमदूनिशा, ससुर शेर अली, देवर मोनू, चचिया ससुर दिलशाद अली एवं नंद अमरीन इन सभी के द्वारा पीड़ित को तरह-तरह के ताने एवं प्रताड़ना दी जाने लगी।
जब पीड़ित ने इन बातों का विरोध किया तो पीड़िता की सास अहमदूनिशा ने अपने पुत्र से कहा कि इसे जिंदा जला दो, हम तुम्हारी दूसरी शादी करवा देंगे। तथा पुलिस एवं प्रशासन को ढेर सारा रुपया देकर सारा मामला रफा दफा करवा देंगे।ष हमने जब पीड़िता तैयबा से बात की तो उन्होंने हमें यह बताया कि मैं बचपन से ही कभी भी खाने मे मीट मांस का प्रयोग नहीं करती। लेकिन यह लोग मुझे मीट मांस जबरदस्ती मुझे खिलाने का भरपूर प्रयास करते हैं। मेरा चचिया ससुर दिलशाद अली मुझ पर बुरी नीयत रखते हुए मेरे साथ जबरदस्ती अवैध संबंध बनाने की कोशिश करता है। जिसकी शिकायत जब मैंने अपने पति ऑलवेज अली से की तो उन्होंने मुझे मारपीट कर चुप करा दिया और कहा कि अगर यहां पर रहना है तो यह सब करना ही पड़ेगा।
उसके पिता ने जिसकी शिकायत कई बार जाकर उक्त थाने चरवाहा थाना मंझनपुर में करना चाही, जहां पर उनकी किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़िता व उसके पिता की माने तो चौकी इंचार्ज शमशाबाद में पीड़िता के द्वारा दी गई तहरीर न केवल स्वयं अपने द्वारा बनाई गई तहरीर में फर्जी हस्ताक्षर बनाकर आईजीआरएस की रिपोर्ट में पीड़िता का स्टेटमेंट पूरी तरह से बदल दिया गया। पीड़िता ने कहा कि उनकी दी गई तहरीर जिसमें के ससुराल पक्ष पर चार पहिया वाहन एवं 10 लाख रुपए नगद की मांग करते हुए उनके खिलाफ शिकायत पत्र दिया गया था। जिसको इंचार्ज ने पूरी तहरीर बदलकर दूसरी तहरीर में यह लिखवा दिया कि पीड़िता ससुराल पक्ष के खिलाफ कोई भी शिकायत दर्ज नहीं करवाई है और वह अपने ससुराल में एक अच्छा और कुशल जीवन व्यतीत कर रही है।
जबकि सच्चाई इससे कुछ अलग हटकर है। पीड़िता अपने 11 महीने के बच्चे मोहम्मद को लेकर अपने मां-बाप के यहां जैसे तैसे गुजर बसर कर रही हैं। और अभी तक उसे न्याय की कहीं से कोई उम्मीद नहीं है। मगर उसका यह कहना जरूर है, कि आज नहीं तो कल मुझे इंसाफ जरूर मिलेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई सरकार एवं प्रशासन द्वारा आवश्यक की जाएगी। तैयबा का कहना है कि मेरा पति मेरे साथ रास्ते में छेड़छाड़ करता है और बाहरी आदमी को भेज कर मुझे डरता है और कह रहा है कि मैं तुझे जान से मार दूंगा। मै मुख्यमंत्री जी से प्रशासन से प्रार्थना कर रही हूं कि मुझे और मेरे बच्चे को कुछ होता है तो इसका जिम्मेदार ऑलवैश अली और उसका परिवार होगा।
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