दिल्ली की तर्ज पर सट्टे का गढ़ बन रहा राजस्थान, “महालक्ष्मी और दिल्ली दरबार” के नाम से चला रहे ख़ुद का मटका।

सूत्रों के अनुसार सटोरियों के सभी ठिकानों की पुलिस को पूरी जानकारी है। यही नहीं सटोरियों का नेटवर्क भी इतना मज़बूत है कि कभी कभार उच्च अधिकारियों के दबाव में पुलिस अथवा विशेष टीम के कार्यवाही होती भी संटोरियों तक इसकी पहले से ही जानकारी पहुंच जाती है। इसके कारण सट्टे का यह खेल लगातार बढ़ता जा रहा है। महालक्ष्मी और दिल्ली दरबार पर हर दिल से अगर लोग लाखों रुपए का दाव खेलते हैं। इस दौरान सट्टा कारोबारी पूरा गणित लगा कर देखते हैं कि किस नंबर पर सबसे कम सट्टा लगाया गया है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार अलवर,जयपुर (राजस्थान )।

दिल्ली की तर्ज पर अलवर की सटोरिए भी अलग से ख़ुद का सट्टा कारोबार संचालित कर रहे हैं। जानकारों की मानें ,तो सट्टे का नेटवर्क दिल्ली से शुरू होकर पूरे देश में फैला हुआ है। सट्टे का लकी नंबर भी सटोरियों को दिल्ली से ही मिलता हैं। वहीं, पिछले कुछ साल से अलवर शहर के कुछ बड़े सटोरियों ने मिलकर दिल्ली सट्टा की तर्ज पर महालक्ष्मी और दिल्ली दरबार के नाम से खुद का सट्टे का पूरा साम्राज्य खड़ा कर दिया। जहां दिल्ली नंबर के अलावा महालक्ष्मी और दिल्ली दरबार के नाम से हर दिन लाखों रुपए का सट्टा लगाया जा रहा है।

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सूत्रों के अनुसार, सटोरियों के सभी ठिकानों की पुलिस को पूरी जानकारी है। यही नहीं सटोरियों का नेटवर्क इतना मज़बूत है कि कभी कभार उच्च अधिकारियों के दबाव में पुलिस अथवा विशेष टीम की कार्यवाही होती भी है तो सटोरियों तक इसकी पहले से ही जानकारी पहुंच जाती है। इसके कारण सट्टे का यह खेल लगातार बढ़ता जा रहा हैं।

महालक्ष्मी और दिल्ली दरबार हर दिन सैकड़ो लोग लाखों रुपए का दाव खेलते हैं। इस दौरान सट्टा कारोबारी पूरा गणित लगाकर देखते हैं कि किस नंबर पर सबसे कम सट्टा लगाया गया है। इसके बाद उस नंबर पर सट्टा खोला जाता है, जिस पर सबसे कम दाव खेला गया हो। इससे सटोरियों की हर दिन मोटी कमाई हो रही है। महीने की आखिरी दिन सटोरिए अवकाश रखकर महीने भर की अपने अवैध कारोबार की काली कमाई का लेखा-जोखा तैयार करते हैं। इस दौरान सट्टे की काली कमाई का एक हिस्सा अपने आकाओं और मददगारों को दिया जाता हैं। साथ ही आगे की रणनीति भी तैयार की जाती है।

शहर के अशोक का टॉकीज के सभी एक बड़ा सटोरिया और उसके साथी दिल्ली दरबार में लक्ष्मी सट्टे के अंकों को खेलते हैं। यहीं से शहर भर में सट्टे की अनैतिक गतिविधियों का संचालन भी होता है। बड़े सटोरियों के अधीन शहर में कई जगह पर कमीशन पर एजेंट काम कर रहे हैं‌। जो अंको पर लाखों रुपए का सट्टा लगवाकर बड़े सटोरियों के पास रुपए भिजवाते हैं। इस दौरान रुपए के लेन-देन का खेल सुबह 10:00 बजे से 12:00 बजे तक चलता है‌। इस बीच शहर के कई छोटे-बड़े सटोरिए यहां अपना लेन-देन करने के लिए आते रहते हैं।

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