डाकू दुल्ला भट्टी की याद में पंजाबी महासंगठन ने भांगड़ा करते हुए मनाया, लोहड़ी का त्योहार।

पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष हरीश मलिक ने कहा है कि दुल्ला भट्टी को मुगल और जनता पर अत्याचार करने वाले लोग डाकू कहते थे। दुल्ला भट्टी तो गरीबों असहायों का मसीहा था। इसके अतिरिक्त कृष्ण लाल ठक्कर, शीतल टंडन, सुरेंद्र क्वात्रा ने भी लोहड़ी पर्व का इतिहास बताया।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार सहारनपुर (उत्तर प्रदेश )।

लोहड़ी का त्यौहार हो और भांगड़ा ना हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता है। कल गीत मंदिर बेरीबाग पंजाबी महासंगठन वल्लों भांगड़ा करते हुए सुंदर मंदररिए हो गए।

“तेरा कौन विचारा हो, दुल्ला भट्टी वाला हो….” पारंपरिक गीत गाते हुए लोहड़ी का त्यौहार मनाया। 

इस अवसर पर अध्यक्ष योगेश दुआ ने कहा है कि जुल्म के ख़िलाफ़ लड़ने वाले योद्धा डाकू दुल्ला भट्टी की मानवता की सेवा को आज भी लोग याद करते हैं। और मुगल शासक की हवस का शिकार होने से युवतियों को बचाने के खातिर मुगल शासक से जंग लड़कर उसे सबक सिखाने वाले डाकू दुल्ला भट्टी की याद में हर साल यह लोहड़ी पर्व मनाया जाता है।

पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष हरीश मलिक ने कहा है कि दुल्ला भट्टी को मुगल और जनता पर अत्याचार करने वाले लोग डाकू कहते थे। दुल्ला भट्टी तो ग़रीबों और असहायों का मसीहा था।

इसके अतिरिक्त कृष्ण लाल ठक्कर, शीतल टंडन, सुरेंद्र क्वात्रा ने भी लोहड़ी पर्व का इतिहास बताया। रवि बक्शी, राकेश नरूला, रोमी आहूजा, पार्षद दीपक रहेजा ने सभी के साथ मिलकर ढोल की थाप पर सुंदर मुंदरिए होकर, “तेरा कौन विचारा हो, दुल्ला भट्टी वाला हो”….. गीत गाते हुए भांगड़ा किया। आख़िर त्यौहार के दौरान सभी को रेवड़ी और मूंगफली, फूलों का प्रसाद बांटा गया।

इस कार्यक्रम में पंडित अनिल कोदंड, पंडित अरुण कोडिन्य, राजकुमार नरूला, मदन लांबा, डिप्टी मेयर मुकेश गक्खड, साजन गंगा, नीरज कामरा, रविंदर मिगलानी, जितेंद्र सिंह, सरदार तेजपाल सिंह, संजय कपूर, हनी वर्मा, नवदीप आनंद, अमित भसीन, सरदार एमपी सिंह चावला, हरजीत सिंह नरूला, जतिन दुआ, मुकेश मनचंदा, योग चुग, अजय छोकरा आदि भी उपस्थित रहें।

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