कांग्रेस हर जगह क्यों हार रही है? टीएमसी सांसद ने उठाया सवाल, विचार-विमर्श करने की दी सलाह।
दिल्ली चुनाव के एग्जिट पोल पर बीजेपी प्रवक्ता सीआर केसवन ने कहा, "पॉल संकेत देते हैं कि दिल्ली की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के पक्ष में ऐतिहासिक जनादेश दिया है। 8 फरवरी को आंकड़े और भी बेहतर होंगे। दिल्ली की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाइब्रेट विकसित दिल्ली की गारंटी पर अपना विश्वास दोहराया है। यह धोखेबाज केजरीवाल की अस्वीकृति है।........
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ )TV 9 भारत समाचार नई दिल्ली ।
केंद्र शासित दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर बुधवार को मतदान संपन्न हो गया। आप सभी को चुनाव के नतीजे का इंतजार है। चुनाव से पहले आए लगभग सभी एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिलते दिख रहा है। इस बीच इंडिया ब्लॉक में शामिल दलों ने एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
दिल्ली चुनाव 2025,…… एग्जिट पोल पर टीएमसी सांसद कीर्ति आज़ाद ने कहा, “अगर वाकई बीजेपी सरकार बना रही है, तो कांग्रेस को विचार-विमर्श करना चाहिए। वह हरियाणा और महाराष्ट्र में हार गई। लोकसभा चुनावों में हमें इतनी अच्छी बढ़त मिली, लेकिन कांग्रेस हर जगह (राज्य चुनावों में) हार रही है? उन्होंने कहा है कि हमें सोचना होंगा कि क्या इंडिया गठबंधन का मुखिया कांग्रेस को बना रहना चाहिए या नहीं?
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दिल्ली चुनाव के एग्जिट पोल पर बीजेपी प्रवक्ता सीआर केसवन ने कहा,”पॉल संकेत देते हैं कि दिल्ली की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के पक्ष में ऐतिहासिक जनादेश दिया है। 8 फरवरी को आंकड़े और भी बेहतर होंगे। दिल्ली की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की वाइब्रेट विकसित दिल्ली की गारंटी पर अपना विश्वास दोहराया है। यह धोखेबाज केजरीवाल की अस्वीकृति है।”…………
क्या कहते हैं एग्जिट पोल?……
आपको बता दें कि एग्जिट पोल के मुताबिक, इस बार दिल्ली में उलट फेर हो सकता है, और बीजेपी की सरकार बन सकती है। चाणक्य स्ट्रैटेजीज के एग्जिट पोल के आंकड़े के अनुसार, भाजपा दिल्ली में 39 से 44 सीटें हासिल कर सकती हैं। जबकि AAP को 25 से 28 सीटें और कांग्रेस को 2 से 3 सीटें मिलने की उम्मीद हैं।
मैटराइज के एग्जिट पोल के आंकड़े के मुताबिक, इस बार दिल्ली में बीजेपी और एएपी के बीच कड़ी टक्कर है। अनुमान के मुताबिक, भाजपा को 35-40 सीटें, एएपी को 32-37 और कांग्रेस को 0-1 सीटें मिल सकती हैं।
इस बार दिल्ली चुनाव में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला बताया जा रहा है। कुल 70 सीटों वाली विधानसभा में सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी या गठबंधन को 36 सीटों की जरूरत होंगी।
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