कलेक्टर ने डॉक्टर की फर्जी एंट्री पकड़ी…….!!
वहां मौजूद डॉक्टर दीप्ति गुप्ता ने 25 मरीजों को बिना देखे सरकारी रजिस्टर में बेहतरीन इलाज कर दिया अंकित किया गया, कलेक्टर साहब आईएएस अफसर हैं। मरीज़ की तबीयत जानने के लिए फ़ोन लगाया गया और उनसे उनकी तबीयत के बारे में पता किया गया। मरीज़ से पूछा गया के इलाज कैसा हुआ है? डॉक्टर साहिबा कह रही है कि सरकारी दवाएं सब मिली जा रही हैं।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार कानपुर ।
आईएएस जितेंद्र प्रताप सिंह जिलाधिकारी कानपुर ने रविवार को अचानक बिरहाना रोड अर्बन पीएचसी सेंटर पहुंचकर सरकारी सुविधाओं की जांच की, तो वहां गज़ब का खुलासा हुआ।
वहां मौजूद डॉक्टर दीप्ति गुप्ता ने 25 मरीजों को बिना देखे सरकारी रजिस्टर में बेहतरीन इलाज कर दिया ऐसा लिखा है। कलेक्टर साहब आईएएस अफसर हैं, उन्होंने मरीजों से तबीयत जानने के लिए फोन लगाया और मरीजों से पूछा की कैसा इलाज हुआ है?
डॉक्टर साहिबा कह रही है कि सरकारी दवाएं सब मिल जा रही है। मरीज बोला साहब हम तो बीमार नहीं है हॉस्पिटल क्यों जाएंगे….? फिर क्या, डीएम साहब ने दूसरे, तीसरे और अन्य सबको फोन लगवाया।
अंत में पता चला कि सब मरीज एक दम ठीक है। और अपने घर पर हैं। उनका इलाज़ सिर्फ सरकारी कागजों में हो रहा है। फिर क्या कलेक्टर सब ने मौके से बेहतरीन स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्टिंग करते हुए दोषी डॉक्टर मेडिकल अफसर के ख़िलाफ़ शासन को कार्यवाही करने का पत्र भेज दिया।
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