बीजेपी के सबसे पुराने कार्यकर्ता भुलई भाई का निधन, 111 साल की उम्र में ली आखिरी सांस।
जनसंघ के बीजेपी बनने के बाद वो पार्टी कार्यकर्ता थे। साल 2022 में उत्तर प्रदेश में दोबारा योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद शपथ ग्रहण समारोह में भुलई भाई खास मेहमान बनकर आए थे।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार (बीजेपी सरकार)। बीजेपी के सबसे पुराने कार्यकर्ता भुलई भाई का निधन, 111 साल की उम्र में हुआ है। भारतीय जनता पार्टी के सबसे पुराने कार्यकर्ता भुलई भाई का निधन हो गया है। उन्होंने 111साल की उम्र में शाम 6:00 बजे कप्तानगंज में अंतिम सास ली। कोविड महामारी के समय में प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी जी ने खुद फोन करके भुलई भाई का हाल-चाल जाना था।
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इसके बाद भुलई भाई लाइमलाइट में आ गए थे। 111 साल के श्री नारायण उर्फ भुलई भाई जनसंघ के टिकट पर विधायक रहे सोमवार को उनकी तबीयत खराब हुई थी, और उसके बाद वह पगार छपरा स्थित अपने घर पर ही ऑक्सीजन पर थे। भुलई भाई दीनदयाल उपाध्याय से प्रेरित होकर राजनीति में आए थे और 1974 में कुशीनगर की नौरंगिया सीट से जनसंघ में दो बार विधायक बने थे।
जनसंघ के बीजेपी बनने के बाद भी वह पार्टी कार्यकर्ता थे। साल 2022 में उत्तर प्रदेश में दोबारा योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद शपथ ग्रहण समझ में भुलई भाई खास मेहमान बनकर लखनऊ पहुंचे थे। लखनऊ में कार्यकर्ता सम्मेलन में भुलई को अमित शाह ने मंच से नीचे उतरकर सम्मानित किया था।
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दीनदयाल उपाध्याय ने अपनी थाली से खाना लेने का आग्रह किया तो भुलई भाई बड़े ही हिचकी चाहते मन से कहा था,”आप खाइए आपको लंबा जीवन जीना है”शिक्षा अधिकारी की नौकरी छोड़ राजनीति में आए जब भारतीय जनसंघ स्थापित हुआ तो भुलई भाई स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे थे
बाद में भुलई भाई शिक्षा अधिकारी बनगए। लेकिन 1974 में नौकरी छोड़ दी और राजनीति में शामिल होकर देश और समाज के लिए कुछ करने का दृढ़ निश्चय कर लिया। इसी साल भारतीय जनसंघ ने उन्हें नौरंगिया विधानसभा से टिकट दिया और वह यह सीट जीत गए। 1977 में भूल भाई दोबारा विधायक बने। भगवा गमछा हमेशा भुलई भाई की पहचान रहा। जो उनके गले में रहता था।