बिजली कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।

विरोध सभा में कर्मियों ने निर्णय लिया है कि निजीकरण किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं है। निजीकरण आम जनमानस तथा कर्मचारियों के हितों के बिल्कुल विरुद्ध है। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन द्वारा पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल डिस्कॉम के निजीकरण करने के लिए ट्रांजैक्शन कंसलटेंट की नियुक्ति के लिए प्रकाशित निविदा से प्रवेश भर के जूनियर इंजीनियर एवं प्रोन्नत अभियंताओं में व्यापक रोष है। यह कर्मचारी हित में नहीं है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश )।

विद्युत विभाग के कार्यों को निजी हाथों में सौंपने की प्रक्रिया को लेकर विद्युत कर्मियों और अभियंताओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों, अभियंताओं ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया और निजीकरण का फैसला वापस के जाने की मांग उठाई।

प्रदर्शन करते हुए अवर अभियंता एवं प्रोन्नत सहायक अभियंताओं ने कहा है कि निजीकरण किसी भी दशा में स्वीकार करना नहीं होंगा। दिन भर काम करने के बाद कर्मी और अभियंता चिलबिला में अधीक्षण अभियंता कार्यालय के सामने एकत्र हुए। बैनर लगाकर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। अपने विभाग के कार्यों का सुचारू रूप से संपादन किया। फिर शाम 5:00 बजे से 6:00 बजे तक 1 घंटे तक हक के लिए एकजुट हुए।

विरोध सभा में कर्मियों  ने निर्णय लिया है कि निजीकरण किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं है। निजीकरण आम जनमानस तथा कर्मचारियों के हितों के बिल्कुल विरुद्ध है। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन द्वारा पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल डिस्कॉम का निजीकरण करने के लिए ट्रांजक्शन कंसलटेंट की नियुक्ति के लिए प्रकाशित निविदा से प्रदेश भर के जूनियर इंजीनियर्स एवं प्रोन्नत अभियंताओं में व्यापक रोष है, यह कर्मचारी हित में नहीं है। सरकार जब तक निजीकरण के आदेश को वापस नहीं लेगी, तब तक हाथों में काली पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

यह भी पढ़ें – नीतीश कुमार के बयान पर तेजस्वी का तंज राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की।