भाई बहन का हुआ कत्ल तो बाप की मिली लाश और मां की हालत है गंभीर

हत्या का शक बच्चों के पिता पर था, जिसका शब्द आनंद विहार में रेलवे ट्रैक पर मिला है।

मुकेश कुमार  (क्राइम एडिटर इन चीफ) TV9 भारत समाचार  नई दिल्ली। दिल्ली से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। जहां पर भाई बहन का कत्ल हुआ तो मां की हालत गंभीर बनी हुई है और आप की लाश रेलवे ट्रैक्टर मिली है। हंसता खेलता परिवार बिखर गया है। दिल्ली के पांडव नगर स्थित शशि गार्डन में नाबालिक भाई बहन की हत्या कर दी गई। जबकि इनकी मां पर जानलेवा हमला किया गया।

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हत्या का शक बच्चों के पिता पर है। जिसका शव आनंद विहार में रेलवे ट्रैक पर मिला है। मृत बच्चों की शिनाख्त कार्तिक चौरसिया (15 वर्ष) और आस्था उर्फ गुन्नू (9वर्ष) के रूप में हुई है। मां शन्नू चौरसिया (40 वर्ष) को एम्स में भर्ती कराया गया है।  जहां मां की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने आशंका जताई है,कि बच्चों की गला दबाकर हत्या करने के बाद बच्चो के पिता श्याम जी ने भारी वस्तु से उनकी मां पर हमला किया है। बाद में वह तीनों को मरा हुआ समझकर घर का बाहर से ताला लगा कर चला गया है।

शुक्रवार की शाम को रेलवे ट्रैक पर एक शव पड़ा होने की सूचना पुलिस को मिली। शनिवार को उस शव की पहचान श्यामजी के रूप में हुई। पुलिस को शक है कि उसने हत्याकांड के बाद खुद भी जान दे दी है। बृहस्पतिवार या शुक्रवार की रात को हत्या किए जाने की आशंका है। जिला पुलिस उपायुक्त अपूर्वा गुप्ता का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही हत्या के सही समय का पता चल सकेगा।

 

प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस के मुताबिक मूल रूप से यूपी के प्रतापगढ़ के पोस्ट मांधाता स्थित गांव अहिना निवासी श्यामजी चौरसिया दिल्ली में परिवार के साथ पांडव नगर के शशि गार्डन की गली नंबर 6 में रहता रहता था। परिवार में पत्नी शन्नु चौरसिया के अलावा दो बच्चे बेटा कार्तिक और बेटी आस्था थे। श्यामजी मयूर विहार फेज -1के पास चाय की दुकान चलाता था।

इसी बीच श्यामजी का छोटा भाई रामजी दूसरी मंजिल स्थित भाई के फ्लैट पर पहुंचा वहां बाहर से ताला लगा था। भाई ताला लगा देखकर लौट गया। शनिवार सुबह भी ऐसा ही हुआ ताला लगा देखकर रामजी वापस लौट गया। लेकिन उसे घर से दुर्गंध आती हुई महसूस हुई। कुछ गड़बड़ लगने पर दोपहर को राम जी दोबारा घर पहुंचा तो दुर्गंध और ज्यादा आ रही थी। मामले की सूचना पुलिस को दी गई मौके पर पहुंची पुलिस ने मेंन गेट पर लगे ताले को थोड़ा और अंदर दाखिल हुई।

अंदर लाइट और पंखे चल रहे थे। एक कमरे में कार्तिक और आस्था के शव पड़े थे तो दूसरे कमरे में अचेत अवस्था में शन्नो चौरसिया पड़ी थी। उसकी सांसे चल रही थी। उसके शरीर पर चोट के निशान थे। फौरन उसे नजदीक के अस्पताल भेजा गया। जहां से उसे एम्स हास्पिटल रेफर कर दिया गया। श्यामजी बेहद मिलनसार और शांत स्वभाव का व्यक्ति था उन्हें अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि श्याम जी ऐसा कर सकता है।

माना जा रहा है कि बच्चों की हत्या और पत्नी पर हमले के बाद श्याम जी अपनी पत्नी का मोबाइल भी साथ ले गया था। पुलिस दोनों की सीडीआर निकलवा रही है। पुलिस पड़ोसियों से भी पूछताछ कर रही है। इसी तरह शनिवार सुबह उसका फोन भी बंद हो गया, घर पर ताला लगा था। दोपहर को राम जी दोबारा फ्लैट पर पहुंचा, उसका दिल घबराने लगा। उसने पुलिस को भाई के नहीं होने और फ्लैट से दुर्गंध आने की खबर दी तो पुलिस मौके पर पहुंची तो हत्याकांड का खुलासा हुआ।

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