बंगाल में बीजेपी को जोर का झटका! विधायक तापसी मंडल TMC में शामिल।
पाला बदलने के लिए तापसी मंडल ने कहा, मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विकास संबंधी पहलों का हिस्सा बनने का फैसला किया। भाजपा राज्य में सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश कर रही है। मेरे लिए ऐसी राजनीति को स्वीकार करना मुश्किल हो रहा था। राजनीतिक जानकारी इस कदम को मंडल के जिला अध्यक्ष पद से हटाने की नाराजगी के तौर पर देखते हैं। भाजपा ने अपने किसी विधायक को जिला इकाई का अध्यक्ष नहीं बनाने का फैसला किया था। इसके बाद मंडल ने कथित तौर पर भगवा पार्टी छोड़ने और प्रतिद्वंद्वी खेमे में शामिल होने का फैसला किया।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार कोलकाता (पश्चिम बंगाल )।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2026 से पहले एक बड़ा राजनीतिक ड्रामा तब सामने आया, जब हल्दिया की भाजपा विधायक तापसी मंडल ने सोमवार को तृणमूल पार्टी के सदस्यता ग्रहण कर ली। राजनीतिक विशेषज्ञ मंडल को विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी का करीबी मानते हैं।
दोनों नेता पूर्व मेदिनीपुर से आते हैं। मंडल के साथ ही भाजपा नेता श्यामल मैती भी तृणमूल में शामिल हो गए हैं। मैती पार्टी की राज्य समिति के सदस्य थे।
सुबह बीजेपी विधायक केेेेे रूप में सदन पहुंची………….
सूत्रों ने बताया है कि तापसी मंडल रविवार को तृणमूल के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी से मिलने कोलकाता पहुंची। सोमवार को मंडल विधानसभा में शामिल हुई। भाजपा विधायक के तौर पर विधायकों की उपस्थिति पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए। जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ा, वह तृणमूल कांग्रेस भवन गई और राज्य के ऊर्जा मत्री अरूप बिस्वास की मौजूदगी में सत्तारुढ़ पार्टी में शामिल हो गई।
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पाला बदलने के बाद तापसी मंडल ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विकास संबंधी पहलों का हिस्सा बनने का फैसला किया। भाजपा राज्य में सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश कर रही है। मेरे लिए ऐसी राजनीति को स्वीकार करना मुश्किल हो रहा था।”
क्यों बदला पाला?……………
राजनीतिक जानकारी इस कदम को मंडल के जिला अध्यक्ष पद से हटने की नाराज़गी के तौर पर देखते हैं। भाजपा ने अपने किसी विधायक को जिला इकाई का अध्यक्ष नहीं बनाने का फैसला किया था। इसके बाद मंडल ने कथित तौर पर भगवा पार्टी छोड़ने और प्रतिद्वंद्वी खेमे में शामिल होने का फैसला किया। मंडल ने 2016 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के समर्थित सीपीआई उम्मीदवार के रूप में हल्दिया सीट जीती थी। 2021 के विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले दिसंबर 2020 में अधिकारी के साथ भाजपा में शामिल हो गई। 2021 में भाजपा के टिकट पर हल्दिया सीट को सफलतापूर्वक बरकरार रखा।
डीएमसी में शामिल होने के बाद श्यामल मैती ने भी भाजपा पर हमला किया। उन्होंने कहा,”भारत एक बहुभाषी, बहुसांस्कृतिक और बहुधार्मिक देश है। बंगाल उस परंपरा को आगे बढ़ाता है। लेकिन हमने देखा है कि भाजपा का एक नेता हिंसक राजनीति करने की कोशिश कर रहा था। मैं विपक्ष में रहते हुए भाजपा छोड़ दी।
पूर्व मेदिनीपुर किले में सेंध…………..
टीएमसी इस दल-बदल को 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले अधिकारी के पूर्व मेदिनीपुर किले में एक बड़ी सेंध के रूप में देख रही है। हालांकि, मंडल टीएमसी में शामिल होने वाले पहले भाजपा विधायक नहीं है। 2021 के चुनाव में 294 सदस्य विधानसभा मैं भाजपा के 77 सीटें जीतने के बाद उसके 12 विधायक टीएमसी में शामिल हो गए। भाजपा के दो सांसद भी टीएमसी में शामिल हो गए थे।
विधायक खोने के बाद शुभेंदु अधिकारी ने कहा, मंडल के इस कदम का भाजपा पर कोई असर नहीं होंगा। लोग ऐसे राजनीतिक अवसरवादियों को नकार देंगे। उनके साथ एक भी भाजपा कार्यकर्ता टीएमसी में शामिल नहीं हुआ है। अब यह चुनावी चलन है। लोग पार्टी बदलने वालो का समर्थन नहीं करते हैं।
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