बंदरों के आतंक से परेशान हुए गांव थापुल के समस्त ग्रामवासी।
बंदरों के आतंक से, अपने घर के चो पर भी महिलाओं और बच्चों ने जाना बंद कर दिया है। बंदरों के डर से कपड़े घर के अंदर सूखाने को मजबूर हो रहे हैं ग्रामवासी। प्रतिदिन बंदर अपना आतंक मचा रहे हैं। अब तक कई महिलाओं और बच्चों को काटकर कर दिया है ज़बरदस्त घायल।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार थापुल (उत्तर प्रदेश )।
प्रतिदिन बंदर अपना आतंक मचा रहे हैं। अब तक कई महिलाओं और बच्चों को काटकर कर दिया है, जबरदस्त घायल।
गांव थापुल के अंदर बंदरों ने ज़बरदस्त आतंक मचा रखा है। छोटे-छोटे बच्चों, बुजुर्गों, और महिलाओं को बहुत परेशान कर रहे हैं। सबसे ज़्यादा घायल कर रहे हैं। बंदरों के आतंक से औरतों और बच्चों ने अपनी छतों पर जाना बंद कर दिया है।
पूरा दिन सारे बंदर पूरे गांव के छतों पर बैठे रहते हैं। और वहीं से जो भी छत पर चढ़ता है। उसको दौड़ा देते हैं।
बंदरों ने ग्राम वासियों को काटकर घायल कर रहे हैं। कई बार ऐसा भी हो चुका है कि बंदर के डर से, कई बच्चे और महिलाएं छत से नीचे भी गिर चुके है।
बंदरों ने ग्राम वासियों को बहुत परेशान करके रखा है। बंदरों का गांव में रहने से महिला और बच्चों को छत पर जाना दुश्वार हो गया है। जिसके कारण बंदरों का खौफ बढ़ता जा रहा है।
बंदर ग्राम वासियों को जबरदस्त घायल कर चुके हैं।
वन विभाग और ग्राम पंचायत खामोश क्यों है?………
कई बार यहां के ग्राम वासियों ने लिखित और मौखिक वन विभाग वालों को भी बोला है। ग्राम पंचायत और सचिव साहब को भी बोला है। लेकिन आज तक इन बंदरों का कोई भी समाधान नहीं हुआ है।
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