आजमगढ़ प्रधान डाकघर में सीबीआई का छापा, रिश्वत लेते रंगे हाथों तीन गिरफ़्तार।
सीबीआई से एक पीड़ित ने शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि डाक विभाग के तीनों कर्मचारियों ने 25 हजार रुपए रिश्वत मांगी है। उसने सीबीआई से कहा है कि उसका चयन रसूलपुर नंदलाल शाखा में शाखा पोस्ट मास्टर ग्रामीण डाक सेवा के पद पर हुआ है। तीनों उसे इस पद पर कार्यभार ग्रहण करने की अनुमति देने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे हैं। जब उसने बात की तो वह 25,000 के बजाय ₹10,000 पर राज़ी हो गए थे।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ )TV 9 भारत समाचार आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश )।
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ हेड पोस्ट ऑफिस में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब रिश्वत मांगने की शिकायत पर सीबीआई की टीम ने छापेमारी की।
इस दौरान तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। सीबीआई की टीम ने सब डिविजनल इंस्पेक्टर, ओवरसीयर और डाक सहायक को गिरफ़्तार किया है।
सीबीआई की टीम की इस छापेमारी को इतना गोपनीय रखा गया कि जिले की पुलिस को भी इसकी भनक तक नहीं लगी।
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बताया जा रहा है कि सीबीआई से एक पीड़ित ने शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि डाक विभाग के तीनों कर्मचारियों ने 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी है। उसने सीबीआई से कहा है कि उसका चयन रसूलपुर नंदलाल शाखा में शाखा पोस्टमास्टर ग्रामीण डाक सेवा के पद पर हुआ है।
तीनों उसे इस पद पर कार्यभार ग्रहण करने की अनुमति देने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे हैं। जब उसने बात की तो वह 25 हज़ार की बजाय 10 हज़ार रुपए पर राज़ी हो गए थे।
सीबीआई के अधिकारियों ने मिली शिकायत के आधार पर जाल बिछाकर डाकघर में छापेमारी की। जहां से रिश्वत मांगने वाले तीनों कर्मचारियों को रंगे हाथों पकड़ा। सीबीआई टीम ने डाकघर से सब डिविजनल इंस्पेक्टर रमेश कुमार, ओवरसीयर हेड ब्रिकेश पांडेय और पोस्टल असिस्टेंट हेड ऑफिस अच्छेलाल को गिरफ़्तार किया।
जांच एजेंसी की ओर से छापेमारी इतने गुप्त तरीके से की गई थीं कि पुलिस को भी इसकी भनक तक नहीं लग सकी। वहीं इस पूरे मामले में जब जिले के पुलिस कप्तान से सवाल किया गया तो एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि जिले में सीबीआई के आने की हमें कोई जानकारी नहीं है।
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