सीतापुर में घूस लेते कोषागार बाबू को एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने किया रंगे हाथों गिरफ्तार
सेना के एक पूर्व जवान के मां की पेंशन के मामले में लिपिक रमेश ने मांगा था 30000 घूस
सीतापुर। बीएसएफ एनएसजी कमांडो पद से रिटायर्ड मुंशीगंज निवासी अनिल कुमार सिंह के द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो में की गई शिकायत पर अमल करते हुए सीतापुर ट्रेजरी ऑफिस में तैनात बाबू को दस हजार रुपये नकदी की घूस लेते हुए शनिवार को रंगे हाथों पकड़ा गया। औपचारिकताएं पूरी करने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों ने आरोपी को जेल भेज दिया।
यह भी पढ़ें : भाजपा नेता के एक ट्विट पर बवाल, भड़का गुर्जर समाज, हाइवे जमकर फूंका पुतला प्रदर्शन
शिकायतकर्ता अनिल कुमार सिंह ने बताया कि उनके पिता जोकि राजपूताना रेजीमेंट से रिटायर हुए थे। उनकी मृत्यु हो जाने के उपरांत मां की पेंशन बनवाने के लिए सारे कागजात ट्रेजरी ऑफिस में बाबू के पास जमा कर दिए गए। उसके उपरांत भी बाबू के द्वारा वृद्ध मां को 22 जून से चक्कर पर चक्कर लगवाए जा रहे थे।
ट्रेजरी ऑफिस के रमेश बाबू के द्वारा अनिल कुमार सिंह से काम किए जाने के एवज में तीस हजार की रिश्वत मांगी गयी। यह बात अनिल को नागवार गुजरी तो उन्होंने शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो में कर दिया। फिर ब्यूरो के अधिकारियों के मुताबिक पूरा जाल बुना गया।
शनिवार को जैसे ही कोषागार के लिपिक रमेश कुमार ने घूस का पैसा लिया इस दौरान मौके पर मौजूद एंटी करप्शन के अधिकारियों ने लिपिक रमेश को दबोच लिया। लिपिक द्वारा रंगे हाथों घूस लेते पकड़े जाने की सूचना फैलते ही कोषागार कार्यालय के सभी पटलों पर हड़कंप मच गया। कार्यालय में सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारी आरोपी लिपिक रमेश को साथ लेकर चले गए।
काफी दिनों से कोषागार में भ्रष्टाचार की मिल रही थी शिकायतें
के जिला कोषागार ( ट्रेजरी ऑफिस) में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत काफी दिनों से मिल रही थी। लोगों ने इस मामले में कई बार आवाज भी उठाई लेकिन स्थानीय स्तर पर अधिकारी चुप्पी साधे रहे। हालांकि TV9 भारत समाचार ने बीते दिनों इस मामले में आवाज भी उठाई थी, अंततः जब एक सेना के जवान ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ी तब आरोपी लिपिक को दबोचा जा सका।
यह भी पढ़ें : भाजपा नेता के एक ट्विट पर बवाल, भड़का गुर्जर समाज, हाइवे जमकर फूंका पुतला प्रदर्शन