अलवर मंडी व्यापारी को ठगों ने किया डिजिटल अरेस्ट, दोस्त की सूझ-बूझ ने बचाया।

कृषि उपज मंडी के व्यापारी राम अवतार गुप्ता ने बताया है कि उनके बेटे की शादी 24 नवंबर को हुई थी। 5 दिसंबर को वह दिल्ली से कश्मीर घूमने के लिए निकला। किसी भी शनिवार दोपहर उनके पास अनजान नंबर से व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल आया और उन्होंने अपने बेटे यतिन गुप्ता को अरेस्ट करने की बात कहीं।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार जयपुर (राजस्थान )।

अलवर ज़िले में लगातार साइबर ठगी का ग्राफ बढ़ रहा है। साइबर ठग डिजिटल अरेस्ट कर लोगों से लाखों रुपए की रकम ऐंठने लगे हैं। अलवर में भी शनिवार को कृषि उपज मंडी के व्यापारी को डिजिटल अरेस्ट करने का मामला सामने आया हैं। साइबर ठगों ने व्यापारी से बेटे को अरेस्ट करने की बात कह कर उसे छोड़ने की एवज में लाखों रुपए की डिमांड की है। हालांकि, व्यापारी के दोस्त की सूझ-बूझ के चलते वह ठगी का शिकार होने से बच गया।

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कृषि उपज मंडी के व्यापारी राम अवतार गुप्ता ने बताया है कि उनके बेटे की शादी 24 नवंबर को हुई थी। 5 दिसंबर को वह दिल्ली से कश्मीर घूमने के लिए निकला। इसी बीच शनिवार दोपहर उनके पास अनजान नंबर से व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल आया और उन्होंने उनके बेटे यतिन गुप्ता को अरेस्ट करने की बात कहीं। साथ ही उसे छोड़ने बदले में जल्द ही 3 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करने को कहा।

साइबर ठगो ने किसी युवक की बात उनसे कराई। जो उन्हें बचाने की बात कहने लगा। इस पर उनको लगा कि उनका बेटा अरेस्ट हो गया है और वह तुरंत पैसे का इंतजाम करने लगे।

राम अवतार गुप्ता ने बताया है कि वीडियो कॉल पर बैठे युवक ने पुलिस की ड्रेस पहनी हुई थी। साथ ही उन्होंने फ़ोन ना काटने की बात कही। पैसे जुटाने के लिए वह अपने पड़ोसी और फिर अपने दो सत्य विजय के पास पहुंचे और पूरी बात बताई। इस पर सत्य विजय को समझ आ गया था कि रामावतार गुप्ता के साथ डिजिटल अरेस्ट का फ्रॉड हो रहा हैं। उन्होंने जागरूकता का परिचय देते हुए फ़ोन काट दिया। इससे मंडी व्यापारी राम अवतार गुप्ता के साथ ठगी होने से बच गई।

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