अफगानिस्तान में खतरनाक हथियार छोड़ गई US फौज, जम्मू – कश्मीर में बने टेंशन की वजह।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई इस तरह के हथियार आतंकियों तक पहुंचाती है। इसके बाद आतंकवादी हत्या लेकर भारत में घुसपैठ करते हैं। इस राइफल में स्टील बुलेट का इस्तेमाल होता है, जो कि ज्यादा नुकसान करती है। यह हथियार बख्तर बंद गाड़ियों और इमारत को भी भेदने में कामयाब हो जाते हैं।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार (नई दिल्ली)। जम्मू – कश्मीर में सुरक्षा बल आतंकियों की सफाई का अभियान चल रहे हैं। आए दिन मुठ भेड़ में आतंकी ढेर किए जाते हैं। हालांकि, आतंकियों के पास मिलने वाले हथियार सुरक्षा बलों के लिए चिंता का सबब बने हुए हैं। अखनूर में मुठभेड़ के दौरान मारे गए तीन आतंकियों के पास से अमेरिकी M4 राइफल मिली है।
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अफगानिस्तान छोड़ते वक्त अमेरिकी फ़ौज इस तरह के हथियार वहीं छोड़ गई थी। अब यह हथियार पाकिस्तान के रास्ते जम्मू – कश्मीर में पहुंच रहे हैं।
ख़बर के मुताबिक, पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई इस तरह के हथियार आतंकियों तक पहुंचाती है। इसके बाद आतंकवादी हथियार लेकर भारत में घुसपैठ करते हैं। इन राइफल में स्टील बुलेट का इस्तेमाल होता है,जो कि ज्यादा नुकसान करती है। यह हथियार बख्तरबंद गाड़ियों और इमारतों को भी भेदने में कामयाब हो जाते है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान से घुसपैठ करने वाले आतंकियों के पास (AK 47) और (M4) काबाईन होती है। यह सुरक्षा बलों को बड़ा नुकसान पहुंचाती है। सन 2017 में पहली बार जम्मू – कश्मीर में (M4) राइफल मिली थी।
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सुरक्षा बलों ने जब आतंकी तल्हा राशिद महमूद को मारा था तब उसके पास से राइफल मिली थी। वह जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का भतीजा था। इसके बाद से कई आतंकी घटनाओं में (M4) गन का इस्तेमाल किया गया।
कठुआ,रियासी और पुंछ में भी आतंकियों ने इस राइफल का इस्तेमाल किया था। हालिया खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की तरफ सीमा पर बहुत सारे आतंकियों का जमावड़ा है। वह लगातार भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं। बर्फबारी का फायदा उठाकर वह जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करना चाहते हैं। रिपोर्ट यह भी है कि POK में एक बैठक हुई थी जिसमें पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ आतंकी संगठनों के सरगना भी मौजूद थे। इसमें भी आतंकियों को खतरनाक हथियार देने की बात हुई थी। बता दें कि (M4) कार्बाइन लाइटवेट, गैस ऑपरेटेड राइफल होती है। 1 मिनट में इससे 700 से 800 फायर किए जा सकते हैं। इसकी रेंज 500 से 600 मीटर होती है। बुलेट 3 किलोमीटर से भी ज़्यादा दूर तक जा सकती है। इसीलिए यह खतरनाक राइफल सुरक्षाबलों के लिए चिंता का विषय है।