बिना मुआवजा दिए वृद्ध दंपति का घर तोड़ने पहुंचा प्रशासन… देखें Video
इंसाफ की आस में बुजुर्ग दंपति, कोर्ट में मामला फिर भी कार्रवाई
रिपोर्ट: मनोज मेहरा : सागर : मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश के सागर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक वृद्ध दंपति को बिना मुआवजा मिले ही अपना घर उजड़ने का डर सता रहा है। प्रशासन की एकतरफा कार्रवाई से पीड़ित परिवार सदमे में है।
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दरअसल, सागर-कानपुर रोड को चौड़ा कर फोर लेन बनाया जा रहा है। इसके लिए सड़क के किनारे आने वाले खेतों और मकानों का अधिग्रहण किया गया, और सरकार द्वारा प्रभावित लोगों को मुआवजा दिया गया। लेकिन ग्राम क्वायला निवासी मनोहर लाल को अब तक उनके घर का मुआवजा नहीं मिला, जबकि उनके मामले की सुनवाई अभी कोर्ट में लंबित है।
प्रशासनिक अमला बिना मुआवजा दिए पहुंचा तोड़फोड़ करने
बावजूद इसके तहसीलदार और एनएचएआई के अधिकारी पुलिस बल के साथ उनके घर को गिराने पहुंच गए। प्रशासन की इस कार्रवाई से परिवार में कोहराम मच गया, परिजन रो-रोकर गुहार लगाते रहे। स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के बाद कुछ दिनों की मोहलत दी गई, लेकिन सवाल यह उठता है कि जब मामला कोर्ट में विचाराधीन है, तो प्रशासन इतनी जल्दबाजी क्यों कर रहा है?
प्रशासन पर उठ रहे सवाल
इस घटना से प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कानूनी प्रक्रिया पूरी किए बिना, मुआवजा दिए बिना किसी के घर को तोड़ने की जल्दबाजी क्यों? क्या प्रशासन पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के बजाय जबरदस्ती कार्रवाई करने पर तुला हुआ है?
न्याय की आस में पीड़ित परिवार… देखें Video
मनोहर लाल और उनके परिवार को अब भी उम्मीद है कि कोर्ट से उन्हें न्याय मिलेगा और प्रशासन बिना मुआवजा दिए उनका आशियाना उजाड़ने की गलती नहीं करेगा। यह मामला न सिर्फ न्याय प्रणाली, बल्कि प्रशासनिक निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े करता है।