रिपोर्ट : अमित कुमार : भागलपुर। बिहार के भागलपुर जिले के सनोखर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर पीड़िता के परिवार ने SSP कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। परिजनों का आरोप है कि स्थानीय थाना पुलिस और कहलगांव डीएसपी ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके चलते वे अब वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला?

जब पीड़िता के पिता बाजार से लौटे, तो आरोपियों ने उन पर दबाव डाला कि शव को रात के अंधेरे में पानी में बहा दिया जाए और पुलिस में शिकायत न की जाए। परिजनों ने जब थाने में शिकायत दर्ज करानी चाही, तो थानेदार ने टालमटोल शुरू कर दी। इसके बाद कहलगांव डीएसपी से भी न्याय की गुहार लगाई गई, लेकिन वहां भी सुनवाई नहीं हुई।
परिजनों ने SSP कार्यालय में लगाई गुहार
न्याय न मिलने पर पीड़िता के परिजन अब SSP कार्यालय पहुंचे हैं। उनका कहना है कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने मामले को दबाने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी बेटी के लिए इंसाफ चाहते हैं। परिजनों ने SSP से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
क्या कहती है पुलिस?
इस पूरे मामले में पुलिस की ओर से अब तक कोई ठोस बयान नहीं आया है। हालांकि, SSP कार्यालय में शिकायत दर्ज होने के बाद मामले की जांच की संभावना जताई जा रही है।
क्या होगा आगे?
अब यह देखना होगा कि SSP इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। अगर पुलिस निष्पक्ष जांच करती है, तो पीड़िता के परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद है। वहीं, अगर मामला दबाया जाता है, तो यह एक बार फिर से न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े करेगा।