एनएसजी कमांडो की भागलपुर पुलिस ने की बेरहमी से पिटाई, शरीर पर गहरे जख्म… देखें Video

क्या बिहार में पुलिस के डर से सुरक्षित नहीं हैं देश के जवान?

रिपोर्ट : अमित कुमार : भागलपुर, बिहार। देश के सबसे प्रतिष्ठित सुरक्षा बलों में से एक एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) के एक कमांडो को भागलपुर की जोगसर पुलिस ने बेरहमी से पीटा। यह घटना तब हुई जब वह अपनी पत्नी और नवजात बच्ची के लिए खरीदारी करने गए थे। पुलिस ने उन्हें घंटों हिरासत में रखा और सात पुलिसकर्मियों ने उन्हें अंदरूनी चोटें पहुंचाईं।

यह भी पढ़ें : प्रयागराज में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्वास्थ्य विभाग की महिलाओं का सम्मान

जानिए क्या हुआ था उस दिन?

दिल्ली में तैनात एनएसजी कमांडो अपनी पत्नी, जिनका हाल ही में ऑपरेशन हुआ था, और नवजात बच्ची की छठी पूजा के लिए भागलपुर आए थे। वे कपड़े खरीदने के लिए नागर मॉल गए और अपनी कार सड़क किनारे खड़ी कर दी। जब उन्होंने देखा कि दूसरी कार आ रही है, तो उन्होंने उसे पास करवाने की कोशिश की।

इसी दौरान पुलिस की एक गाड़ी वहां पहुंची और उनसे कार हटाने के लिए कहा। जब कमांडो ने बताया कि कार उनकी है और उसे हटा देंगे, तो एक पुलिसकर्मी ने उन्हें थप्पड़ मार दिया।

कमांडो ने बताया “हम सरकारी जवान हैं”, पुलिस ने कहा “अभी बनाते हैं कमांडो” 

जब कमांडो ने विरोध किया और खुद को सरकारी सुरक्षाकर्मी बताया, तो पुलिस ने उनका आईडी कार्ड मांगने के बहाने उन पर और हमला कर दिया। कमांडो के अनुसार, उन्हें थप्पड़ों और घूंसे से मारा गया और कहा गया कि “अभी तुझे एनएसजी कमांडो बनाते हैं।”

कमांडो ने बताया कि जब उन्होंने पुलिस से बार-बार कहा कि वे केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान हैं, तो उन्हें जबरन पकड़कर थाने ले जाया गया।

थाने में 8 घंटे तक रखा, CCTV से दूर ले जाकर पीटा

कमांडो ने बताया कि थाने में उन्हें करीब 8 घंटे तक रखा गया और इस दौरान उन्हें सीसीटीवी कैमरों से दूर ले जाकर बेरहमी से पीटा गया। सात पुलिसकर्मियों ने मिलकर उन्हें बुरी तरह से मारा, जिससे उनके शरीर पर कई जगह गंभीर चोटें आईं।

कमांडो ने पुलिस से रिहाई की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की और गालियां भी दीं।

क्या पुलिस का ये चेहरा लोगों के लिए डराने वाला नहीं?

इस घटना के बाद सवाल उठता है कि अगर देश की सबसे खतरनाक और प्रशिक्षित सुरक्षा एजेंसी के जवान तक बिहार पुलिस की मार से नहीं बच सकते, तो आम जनता का क्या होगा?

कमांडो ने मांग की है कि सीसीटीवी फुटेज की जांच हो और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। फिलहाल, इस मामले पर भागलपुर पुलिस ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।

यह भी पढ़ें : प्रयागराज में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्वास्थ्य विभाग की महिलाओं का सम्मान