रिपोर्ट : अमित कुमार : भागलपुर : बिहार।भागलपुर के जीरोमाइल थाना क्षेत्र में एक विकलांग महिला के घर से लाखों की चोरी हो गई, लेकिन जब वह शिकायत लेकर पुलिस के पास गई, तो उसे टाल दिया गया। पीड़िता ने अब आईजी से न्याय की गुहार लगाई है।
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जानिए क्या है पूरा मामला?

पीड़ित महिला श्रेयशी ने बताया कि उनके जीजा अशोक कुमार ने फोन कर कहा कि उनकी बहन की तबीयत बहुत खराब है और उन्हें तुरंत नाथनगर आना चाहिए। यह सुनकर श्रेयशी अपनी बेटी के साथ वहां चली गईं।
जब वह वापस लौटीं, तो देखा कि उनके घर का ताला उसी स्थिति में था, जैसा छोड़कर गई थीं। लेकिन जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला, अंदर का नज़ारा देखकर उनके होश उड़ गए। उनकी काले रंग की स्कूटी (नंबर: BR 10Z 8052), सोना-चांदी के गहने, स्वास्थ्य और शैक्षणिक दस्तावेज, और उनके पिता द्वारा दी गई ज़मीन के कागजात समेत लगभग 8 लाख रुपये मूल्य का सामान गायब था।
किस पर है चोरी का शक?
श्रेयशी का कहना है कि वह अपने भाई नितिन कुमार और भाभी कंचन देवी को बताकर गई थीं, लेकिन उन्हीं दोनों ने उनका सारा सामान चुरा लिया। पीड़िता का कहना है कि उनके पास कोई सहारा नहीं है और इस घटना ने उन्हें पूरी तरह असहाय बना दिया है।
पुलिस ने क्यों नहीं की कार्रवाई?
पीड़िता जब चोरी की शिकायत लेकर जीरोमाइल थाना पहुंची, तो थानेदार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन की वजह से वे कोई कार्रवाई नहीं कर सकते। उन्होंने बाद में आने को कहा। निराश होकर श्रेयशी अब आईजी के पास न्याय की गुहार लगा रही हैं।
पीड़िता को न्याय कब मिलेगा?
यह घटना पुलिस की लापरवाही को उजागर करती है। जब किसी असहाय महिला की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई नहीं होती, तो यह कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। अब देखना होगा कि आईजी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और पीड़िता को कब न्याय मिलता है।
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