जहां मिलेंगे बाबू-सोना, तोड़ देंगे कोना-कोना नारे लगा कर सागर में वैलेंटाइन डे के विरोध में शिवसेना का अनोखा प्रदर्शन… देखें Video
लट्ठों का दंडपूजन कर दी होटल-रेस्तरां को चेतावनी
रिपोर्ट : मनोज मेहरा
सागर, मध्यप्रदेश। शिवसेना ने सागर जिले में वैलेंटाइन डे के खिलाफ अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। संगठन ने पहलवान बाबा मंदिर प्रांगण में पुजारी-पंडितों से वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ लट्ठों का ‘दंडपूजन’ करवाया और इन्हें सरसों के तेल से अभिषेक कराया। शिवसैनिकों ने नारे लगाते हुए कहा, “जहां मिलेंगे बाबू-सोना, तोड़ देंगे कोना-कोना।”
शिवसेना के उप-राज्य प्रमुख पप्पू तिवारी ने बताया कि वे हर साल वैलेंटाइन डे का विरोध करते आ रहे हैं, क्योंकि यह भारतीय संस्कृति के विरुद्ध पश्चिमी सभ्यता को बढ़ावा देता है। इस साल उन्होंने फरवरी के पहले दिन से ही रोज़ डे, टेडी डे और अन्य वैलेंटाइन सप्ताह से जुड़े आयोजनों का भी विरोध करना शुरू कर दिया है।
होटल-रेस्तरां संचालकों को दी गई चेतावनी
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने सागर के होटल, कैफे और रेस्टोरेंट संचालकों को लिखित चेतावनी दी है कि वे 14 फरवरी को किसी भी प्रकार के ‘अश्लील और फूहड़’ कार्यक्रम न करें। संगठन के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह पोस्टर चिपकाकर भी लोगों को आगाह किया है कि यदि कोई सार्वजनिक रूप से वैलेंटाइन डे मनाता पाया गया, तो उसे शिवसैनिकों द्वारा ‘समझाइश’ दी जाएगी।
सनातन संस्कृति की रक्षा का संकल्प… देखें Video
शिवसेना ने कहा कि वे भारतीय संस्कृति को दूषित करने वाले किसी भी कार्य को बर्दाश्त नहीं करेंगे। संगठन ने साफ किया कि यदि प्रशासन ने वैलेंटाइन डे के आयोजनों पर रोक नहीं लगाई, तो वे अपने तरीके से कार्रवाई करेंगे।
कानूनी दृष्टिकोण को भी जानिए… अधिकारियों की भी रहेगी नजर
कानून विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार है और वैलेंटाइन डे मनाना गैरकानूनी नहीं है। ऐसे में यदि कोई संगठन हिंसात्मक या जबरदस्ती किसी को रोकने की कोशिश करता है, तो उस पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। प्रशासन की नजर इस पूरे मामले पर बनी हुई है।