उत्तर प्रदेश में पर्यटन से रोजगार के नए अवसरों का सृजन, 2024 में 65 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने किया यूपी का दौरा

योगी सरकार का धार्मिक पर्यटन पर विशेष फोकस: अयोध्या, काशी, मथुरा में बढ़ती संख्या

दिनेश चंद्र मिश्रा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पर्यटन का विकास न केवल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रहा है, बल्कि लाखों लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा कर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य की ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित कर एक नए पर्यटन हब के रूप में पहचान बनाई जा रही है।

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यूपी में धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाइयां

उत्तर प्रदेश में अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों को विश्व स्तर पर नई पहचान मिल रही है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण ने देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि की है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण ने वाराणसी को एक नई चमक दी है, जबकि मथुरा-वृंदावन क्षेत्र में श्रीकृष्ण जन्मभूमि विकास परियोजना से स्थानीय व्यापार और रोजगार में वृद्धि हुई है।

पर्यटन हब के रूप में उभर रहा यूपी

अब यूपी सिर्फ धार्मिक पर्यटन तक सीमित नहीं है। प्रयागराज का कुंभ मेला, चित्रकूट और कुशीनगर जैसे स्थानों को विकसित कर प्रदेश को एक व्यापक पर्यटन हब में बदला जा रहा है। इससे होटल व्यवसाय, ट्रांसपोर्ट, गाइड सेवाओं और हस्तशिल्प उद्योग को भी बढ़ावा मिला है। युवा उद्यमियों और स्टार्टअप्स के लिए यह क्षेत्र नए अवसरों का द्वार बन चुका है।

स्वदेश दर्शन-2 योजना: नए विकास की ओर कदम

स्वदेश दर्शन-2 योजना से नैमिषारण्य, प्रयागराज और महोबा को नई पहचान

केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन-2 योजना के अंतर्गत नैमिषारण्य, प्रयागराज और महोबा को विकसित किया जा रहा है। नैमिषारण्य को आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित करने और प्रयागराज को कुंभ नगरी के रूप में विश्व पटल पर स्थापित करने के लिए सरकार तेजी से कार्य कर रही है।

केंद्रीय बजट 2025-26 में यूपी के बौद्ध सर्किट को मिला विशेष महत्व

बजट 2025-26 में उत्तर प्रदेश के बौद्ध सर्किट को विशेष प्राथमिकता दी गई है। कुशीनगर, सारनाथ, श्रावस्ती जैसे स्थलों पर पर्यटन सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। भगवान बुद्ध से जुड़े इन स्थलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने की योजना है, जिससे विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।

पर्यटन से निरंतर बढ़ रहा रोजगार

पर्यटन स्थलों पर विकास कार्यों से स्थानीय व्यापार, होटल व्यवसाय, ट्रांसपोर्ट और गाइड सेवाओं में तेजी आई है। विशेष रूप से महिलाओं और स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहित कर राज्य सरकार आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ रही है। बनारसी साड़ी, पीतल कला और लकड़ी की कारीगरी को भी अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल रही है।

उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ता यूपी

पर्यटन क्षेत्र में हो रहे इस बदलाव से उत्तर प्रदेश का चेहरा बदल रहा है। आने वाले वर्षों में यह न केवल भारत बल्कि विश्व के नक्शे पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगा।

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