कचरा मुक्त भारत बनाने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों ने ली शपथ

कचरा मुक्त भारत की थीम पर आधारित ‘स्वच्छता ही सेवा‘ पखवाड़ा अभियान का शुभारंभ गुरुवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में किया

आयुष पाण्डेय : लखीमपुर खीरी। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत कचरा मुक्त भारत की थीम पर आधारित ‘स्वच्छता ही सेवा‘ पखवाड़ा अभियान का शुभारंभ गुरुवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारी, कार्मिकों को “स्वच्छ भारत” बनाने की शपथ दिलाई।

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कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में डीएम ने कहा कि एक विकसित देश की कल्पना बिना स्वच्छता के संभव नहीं है। स्वच्छता का कार्य केवल कुछ दिनों का अभियान न होकर निरन्तर चलने वाला अभियान होना चाहिए।डीएम ने कहा कि हम जो भी कार्य अभियान के तौर पर करते हैं उसमें अच्छा प्रदर्शन करते हैं। इसीलिए सफाई व स्वच्छता का कार्य भी अभियान की तरह प्रतिदिन चलना चाहिए।

डीएम ने लखीमपुर जिले के आम आवाम से अपील करते हुए कहा कि अपने घर एवं आस पडोस में साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें। दूसरे लोगों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक करें। उन्होंने स्वच्छता के प्रति सजग रहने और उसके लिए 100 घंटे हर साल यानी हर सप्ताह 02 घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के संकल्प को साकार करने की बात कही।

सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि गंदगी न करना हमारी आदत में शामिल होना चाहिए। अपनी आदतों में छोटे-छोटे परिवर्तन करके स्वच्छ परिवेश का निर्माण किया जा सकता है। डीपीआरओ सौम्यशील सिंह ने बताया कि स्वच्छता ही सेवा 2023 की थीम ‘कचरा मुक्त भारत’ है। विगत वर्षों की तरह स्वच्छता गतिविधियों की भावना से जन सहयोग के श्रमदान से ही इस अभियान को सफल बनाना है। कार्यक्रम के दौरान एडीएम संजय कुमार सिंह, सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता, डीडीओ दिनकर विद्यार्थी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी, कलेक्ट्रेट के कर्मचारी मौजूद रहे।

अधिकारी-कर्मचारी अपने दफ्तर में चलाएं विशेष स्वच्छता अभियान

कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि सभी अधिकारी कर्मचारी अपने दफ्तर में विशेष स्वच्छता अभियान चलाएं। विभागाध्यक्ष यह सुनिश्चित कराए कि पत्रावलियों का रखरखाव सही होने के साथ ही निस्तारण समयबद्धता से हो। साफ-सफाई अभियान की शुरुआत दफ्तरों और पत्रावलियों से हो। अधिकारी कार्मिक मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि अभियान का असर जमीनी स्तर पर दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के बाद वह स्वयं अभियान के तहत किए गए कार्यों का निरीक्षण करेंगे।
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