चंद्रयान-3 एवं आदित्य L1 के नाम संग हिंदी ने सौरमंडल में लगायी है ऊँची छलांग : जय नारायण अवस्थी
बहराइच के रिसिया नगर में स्थित बुधनी देवी पीजी कॉलेज में हिंदी पखवारे के तहत आयोजित हुई जागरूकता गोष्ठी
बहराइच। चंद्रयान-3 और आदित्य L1 के नाम के साथ हिंदी ने सौरमंडल में जिस प्रकार उड़ान भरा है उससे न सिर्फ भारत देश के लोग गौरवान्वित हैं बल्कि विदेशी भी भारत का लोहा मानने लगे हैं। सौरमंडल की ऊंचाइयों के साथ ही हिंदी और समृद्ध एवं समर्थ हुई है। मुख्य अतिथि ने कहा कि अब समय आ गया है हिंदी के साथ संस्कृत को विज्ञान के साथ अनिवार्य विषय बनाया जाए जिससे हिंदी और मजबूत हो यह बात सेवानिवृत्त हिंदी प्रवक्ता व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जय नारायण अवस्थी ने कही। वह हिंदी पखवारे के तहत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
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रिसिया नगर में स्थित बुधनी देवी पीजी कॉलेज में हिंदी पखवारे के तहत हिंदी जागरूकता गोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरस्वती इंटर कॉलेज के सेवानिवृत्त हिंदी प्रवक्ता जय नारायण अवस्थी रहे। अध्यक्षता सेवानिवृत्त अंग्रेजी प्रवक्ता लालबाबू श्रीवास्तव ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ मां वीणापाणिनि के चित्र पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।
बुधनी देवी पीजी कॉलेज के संस्थापक एवं गायत्री विद्यापीठ पीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डा. गणेश प्रसाद विश्वकर्मा ने मुख्य अतिथि समेत सभी अतिथियों का पुष्पहार तथा अंग वस्त्र से स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए संस्थापक डॉ. विश्वकर्मा ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं से अतिथियों का परिचय भी कराया।
हिंदी की प्रति जागरूकता के लिए महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना और स्वागत गीत के पश्चात प्रेरक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की। छात्र-छात्राओं की प्रस्तुतियों को सभी ने सराहा। कार्यक्रम स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूँजता रहा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री अवस्थी ने हिंदी भाषा के महत्व से सभी को परिचित कराते हुए कहा कि हिंदी अब सिर्फ यूपी और बिहार की भाषा नहीं बल्कि भारत के सभी प्रति में तो हिंदी अंगीकार हो ही चुकी है, विदेश में भी हिंदी का डंका बज रहा है विदेशी लोग हिंदी सीखने के लिए आतुर है।
मुख्य अतिथि श्री जय नारायण अवस्थी ने कहा कि हिंदी विश्व की सर्वमान्य भाषा बनने की और अग्रसर है, हिंदी सिर्फ यूपी और भारत के विभिन्न प्रांतो में ही नहीं बल्कि विश्व के विभिन्न देशों में अपना डंका बज रही है। हिंदी सीखने के लिए विदेशी भी लालायित है। हिंदी सिर्फ एक विषय नहीं बल्कि विभिन्न विषयों के शब्द भंडार को अपने अंदर समाहित किए हुए है,
चंद्रयान-3 और आदित्य L1 के नाम के साथ हिंदी ने सौरमंडल में जिस प्रकार उड़ान भरा है उससे हिंदी ने ऊंची छलांग लगाई है। विदेशी भी भारत का लोहा मानने लगे हैं। सौरमंडल की ऊंचाइयों के साथ ही हिंदी और समृद्ध एवं समर्थ हुई है। मुख्य अतिथि ने कहा कि अब समय आ गया है हिंदी के साथ संस्कृत को विज्ञान के साथ अनिवार्य विषय बनाया जाए जिससे हिंदी और मजबूत हो।
कार्यक्रम के संयोजक और बुधनी देवी पीजी कॉलेज के संस्थापक डॉ गणेश प्रसाद ने इस मौके पर सभी को हिंदी में सदैव प्रत्येक कार्य करने का संकल्प दिलाया, इस मौके पर उन्होंने अनेक संस्मरण भी सुनाए।
सरस्वती इंटर कॉलेज के प्रवक्ता बीएन सिंह ने इस अवसर पर कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है, इसका सम्मान करने के साथ प्रसार करने में हर क्षेत्र के लोगों को अपना योगदान देना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अंग्रेजी के सेवानिवृत्त प्रवक्ता लालबाबू श्रीवास्तव ने कहा कि हिंदी अब अंग्रेजी को भी समृद्ध कर रही है। हिंदी भाषा में वह ताकत है जिससे यह शीघ्र ही विश्व की सर्वमान्य भाषा बन सकेगी।
इस अवसर पर संदीप कुमार वर्मा, रिखम चौधरी, हनुमान प्रसाद सहायक अध्यापक श्री सरस्वती इंटर कॉलेज रिसिया नेवी अपने विचार व्यक्त करते हुए हिंदी भाषा को समर्थ, समृद्ध और गौरवशाली भाषा बताया। कार्यक्रम में काफी संख्या में विद्यालय के छात्र-छात्राएं व नगर क्षेत्र के लोग मौजूद रहे।
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