भारी बरसात से कई पुल और सडके क्षतिग्रस्त, प्रभावित हुआ अवगमन

जिले में जलभराव और उससे हुए नुकसान के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। हजारों लोग प्रभावित होकर पलायन कर गए

बाराबंकी। रविवार की रात शुरु हुई बरसात ने जिले में जलभराव और उससे हुए नुकसान के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। हजारों लोग प्रभावित होकर पलायन कर गए और अनेक ऐसे जिन्होने स्वयं ही खतरा मोल लेकर बाढ़ के पानी से निकल कर अपने रिश्तेदारों के घर शरण ली। वही जिला प्रशासन और नगर पालिका ने एड़ी छोटी का जोर लगाकर पीड़ितों तक सम्भव मदद पहुंचाने का काम अंजाम दिया।

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रविवार की रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने शहर में इतनी बड़ी त्रासदी कर डाली ये बात किसी ने सपने में भी नहीं सोची होंगी। करीब 10 घंटे हुई इस मूसलाधार बारिश ने इतिहास के पन्नों को उलट कर रख दिया। जानकारों की मैने तो सन् 1982 में एक सप्ताह हुई लगातार बारिश के समय भी इतना नुकसान नहीं हुआ था, जो मात्र 10 घंटो की बारिश में हुआ। शहर के आधे से अधिक मोहल्ले डूबने से लोग मदद मांगने के लिए मोबाइल से वीडियो और फोन करके जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से गुहार लगाने लगे।

दर्जनों मोहल्लो से लेकर आसपास के गॉव तक डूब गए। यही नहीं जमुरिया के आसपास से लेकर करीब 200 मीटर की दूरी तक ऐसा कोई मोहल्ला और संस्थान नहीं था जो जलमग्न न हुआ हो। लोग सचेत थे उन्होने समय रहते सुरक्षित स्थानों की शरण ले ली। लेकिन हजारों परिवार ऐसे थे जिन्हे कल से सोमवार से लेकर मंगलवार तक एनडीआरएफ, अग्निशमन दस्ते और नगर पालिका प्रशासन के साथ जनप्रतिनिधियों ने रेस्क्यू किया। सोमवार को ऐसे 600 लोगो को उपजिलाधिकारी द्वारा सुरक्षित निकाले जाने की सूचना दी गई।

मंगलवार को भी सैकड़ो लोगो का रेस्क्यू किया गया। अग्नि शमन दस्ते के प्रभारी ओपी राय ने बताया जो लोग छतो या घरो में फसे थे उन्हें बड़ी – बड़ी सीढ़ियों, रस्सो, नॉव, स्टीमर से रेस्क्यू किया गया। बरसात के बाद जलभराव और पानी के बहाव से कई सडके क्षतिग्रस हुई, जहांगीराबाद और बाराबंकी मार्ग का सम्पर्क टुटा तो वही आवास विकास कालोनी में जयहिन्द स्कूल के पास जमुरिया नाले का पुल क्षतिग्रस्त होने पर उसकी मरम्मत कार्य, नगर पालिका ईओ जियालाल के नेतृत्व में किया गया। इसी प्रकार कमरिया बाग के पास जमुरिया पुल की भी मरम्मत की गई है।

बाढ़ पीड़ितों को मिली राहत सामग्री

नगर पालिका चेयरमैन के प्रतिनिधि सुरेन्द्र वर्मा ने सभासद ताज बाबा राईन और अन्य सभासदो के साथ बाढ़ प्रभावित लोगो को रेस्क्यू टीमों द्वारा निकाले जाने के बाद उन्हें राहत सामग्री उयलब्ध कराई गई। जिसमे दशरहराबाग, नेहरू नगर, पीर बटावन, रफी नगर, लाइन पुरवा,, गाँधी नगर, रसूलपुर, सत्यप्रेमी नगर, कैलाश आश्रम, नबी गंज आदि मोहल्ले शामिल रहे।

बंद रहे मार्ग, प्रभावित हुआ आवागमन

उप जिलाधिकारी और अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में बस स्टॉप के निकट जमुरिया नाले के मुख्य पुल पर राहत बचाव कार्य जारी रहा एनडीआरएफ टीम के साथ पुलिस बल मौजूद रहा। इस दौरान नगर कोतवाली से मार्ग बंद किया गया था। वही छाया चौराहा, जयहिन्द स्कूल, सतरिख नका जैसे तमाम रास्तो को बैरिगैटिंग करके आमजन की सुरक्षा के लिहाज से बंद किया गया। सरकारी बसे, ई रिक्शा, सहित तमाम यातायात के साधन सड़को से नदारद रहे।

आज से थमेगा जमुरिया का बहाव : राकेश वर्मा

रविवार की रात से सोमवार दोपहर तक हुई मूसलाधार बारिश की वजह से ये त्रासदी हुई है। हुई बरसात का पैमाना 45 सेमी था। इतनी बरसात होने के बाद, शहर की घनी आबादी के चलते जमुरिया नाला से हो रहा जल भराव 48 घंटे में कम होने की उम्मीद है। क्योंकि इतनी बरसात के बाद उसका पानी निकलने में दो दिनों का समय लगता है, इस लिहाज से बुधवार सुबह से स्थिति सामान्य होने लगेगी।
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