आजादी सिर्फ गुलामी से मुक्ति नहीं बल्कि मानवाधिकारों को प्राप्त कर इज्जत से जीना होता है : जंग हिंदुस्तानी

झंडारोहण के बाद वन अधिकार से जुड़े संविधान मित्रों और मानवाधिकार रक्षकों को किया संबोधित

गिरजापुरी, बहराइच। आजादी का मतलब सिर्फ गुलामी से मुक्ति पाना ही नहीं होता है बल्कि संपूर्ण मानवाधिकारों को प्राप्त करते हुए इज्जत से जीना भी होता है। देश के निर्माण में अगर आम आदमी की भूमिका को नजर अंदाज किया जाता है तो इसे माना जाएगा कि अभी आजादी पूर्ण रूप से प्राप्त नहीं हुई है। यह बात सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी ने कही। वह स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडारोहण करने के बाद उपस्थित वन अधिकार आंदोलन से जुड़े संविधान मित्रों और मानवाधिकार रक्षकों को संबोधित कर रहे थे।

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सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी ने कहा कि आजादी के 76 वर्ष बीत जाने के बाद भी देश के लाखों वंचित शोषित पीड़ित वन निवासियों के जीवन में संपूर्ण उजाले की किरण अभी तक नहीं पहुंच पाई है। हमें प्रयास करना चाहिए कि उन सभी लोगों को भी आजाद भारत के नागरिक की हैसियत में जीने का एहसास हो, जो देश की मुख्य धारा से बहुत दूर हैं।

स्वतंत्रता दिवस समारोह में शिवेंद्र प्रताप शाखा प्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक गिरजापुरी मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। उन्होंने उपस्थित लोगों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर शंकर सिंह, राजेंद्र प्रसाद, सरोज गुप्ता, रामजस, सुकई, रामनरेश, समीउद्दीन खान, मोहम्मद हाशिम, मीरा देवी सहित विभिन्न वन ग्रामों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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