ज्ञानवापी के व्यास तहखाने का ताला खोल एएसआई ने की पैमाइश

दो दिनों के भीतर ज्ञानवापी परिसर में लगाई जाएगी जीपीआर मशीन, दो सितंबर तक एएसआई को जिला न्यायालय में सबमिट करनी होगी अपनी सर्वे रिपोर्ट

वाराणसी। ज्ञानवापी परिसर में में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम ने चौथे दिन सर्वे किया। एएसआई टीम ने रविवार को मुस्लिम पक्ष से चाबी लेकर व्यास तहखाने का ताला खुलवाया। सफाई करवाई और एग्जास्ट लगावाने के बाद फिर सर्वे किया। ज्ञानवापी के तीनों गुंबदों और परिसर का सर्वे भी किया। टीम ने व्यास तहखाने में पैमाइश की। दीवारों की थ्री-डी फोटोग्राफी, स्कैनिंग करवाई गई। चार्ट में दीवारों पर मिली कलाकृतियों के प्वाइंट़स नोट किए गए।

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कानपुर आईआईटी के दो जीपीआर एक्सपर्ट भी रविवार सुबह शुरू हुए सर्वे के दौरान टीम के साथ अंदर गए। विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि जीपीआर सर्वे के लिए आईआईटी की एक्सपर्ट टीम पहुंच चुकी है। माना जा रहा है कि दो दिन बाद ज्ञानवापी परिसर में जीपीआर मशीन लगाई जाएगी।

ज्ञानवापी में सुबह शुरू हुआ सर्वे का कार्य दोपहर में नमाज और लंच के लिए 2 घंटे के लिए रुक गया। दोपहर बाद 2:30 बजे से पुनः सर्वे की कार्यवाही शुरू की गई। शाम पांच बजे तक सर्वे चला। मुस्लिम पक्ष ने जल्द ही मुख्य तहखाने की चाबी देने की बात कही है। पूरे ज्ञानवापी परिसर को एक बार में देखने के लिए सैटेलाइट के जरिए थ्रीडी इमैजिनेशन तैयार किया जा रहा है। इसमें टीम दीवारों की थ्रीडी इमेजिंग, मैपिंग और स्क्रीनिंग भी करेगी। टीम को गुंबदों के सर्वे के दौरान गोलाकार छत में कई डिजाइनें मिली हैं।

हॉल पर भी तीनों गुंबद सीलिंग में कई डिजाइनें दिखीं। इनकी एक-एक करके फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई। इस हॉल में अब तक मंदिरों में दिखने वाले 20 से अधिक ताखे भी दिखे हैं। ताखों की संरचना और उनके आसपास उभरे चिह्नों की थ्रीडी मैपिंग भी हुई। इस दौरान एएसआई से 58 लोग, हिंदू पक्ष से आठ और मुस्लिम पक्ष से तीन लोग मौजूद रहे।

वहीं जिला कोर्ट में शनिवार को अजय कुमार विश्वेश की अदालत ने आदेश दिया कि एएसआई को अपनी सर्वे रिपोर्ट दो सितंबर तक सबमिट करनी होगी। इस बाबत हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा शनिवार को पश्चिमी दीवार का अध्ययन किया गया। मैंने केंद्रीय गुंबद के नीचे एक खोखली जगह से आवाज आने को पॉइंट आउट किया। इसका सर्वे किया जा रहा है।

इस समय ज्ञानवापी में केंद्रीय गुंबद के बगल में ढके परी क्षेत्र का सर्वे टीम द्वारा किया जा रहा है। यहां सर्वे कार्य लंबा चलने की उम्मीद है। इस मौके पर मौजूद हिंदू पक्ष की महिलाओं ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस सर्वे से बहुत कुछ साफ हो जाएगा। वही मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता मुमताज अहमद ने कहा कि केवल अफवाह फैलाया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में सर्वेक्षण होना बाकी है वहां भी अफवाह फैलाई जा रही है।

मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता मुमताज अहमद का कहना है कि सोशल मीडिया पर बेसिर पैर की अफवाह फैल रही है। सोशल मीडिया पर सर्वे में कोई मूर्ति या त्रिशूल मिलने की बात कह रहा है तो कोई कुछ कह रहा है। जबकि सर्वे में ऐसी चीजें मिली ही नहीं है।

अधिवक्ता मुमताज ने कहा कि मेरा प्रतिनिधि वहां मौजूद है उसने ऐसा कोई भी साक्ष्य मिलने से इनकार किया है ऐसे में सोशल मीडिया पर फैल रही बेसिर पैर की अफवाहों से माहौल बिगड़ सकता है इसे दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की है। अधिवक्ता मुमताज ने चेतावनी दी कि अगर सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर विराम न लगाया गया तो उनका पक्ष सर्वे से अलग हो जाएगा।
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