कैप्टन अंशुमान सिंह को दी गई अंतिम विदाई, हजारों लोगों ने दी श्रद्धांजलि
सियाचिन के ग्लेशियर में सेना के टेंट में हुए अग्निकांड में बलिदान हुए थे मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह
Tv9भारत समाचार, देवरिया। सियाचिन के ग्लेशियर में सेना के टेंट में हुए अग्निकांड में बलिदान हुए मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम को उनके पैतृक गांव पहुंचा। इस दौरान भारत माता के जयकारों से पूरा गांव गूंज उठा। गार्ड ऑफ ऑनर के बाद मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह के पार्थिव शरीर को जब उनके पिता ने मुखाग्नि दी तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। इस दौरान परिजन विलख रहे थे उन्हें मौके पर मौजूद कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम, जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह, एसपी संकल्प शर्मा ने परिजनों को ढांढस बंधाया।
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आपको बताते चलें कि सियाचिन के ग्लेशियर में सेना के कैंप में 2 दिन पूर्व अग्निकांड की घटना हुई थी। उस अग्निकांड की घटना में मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह शहीद हो गए थे। बलिदान हुए लार ब्लाक के बरडीहा दलपत गांव निवासी शहीद रेजिमेंटल मेडिकल आफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम को उनके गांव सेना के माध्यम से पहुंच गया। इसकी सूचना मिलते ही हजारों की संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए जुट गए। भारत माता की जय के जयकारों से गांव गूंजता रहा। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
शाम को करीब साढ़े चार बजे अंशुमान का पार्थिव शरीर पहुंचा, जहां पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी थी। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम, जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह, एसपी संकल्प शर्मा ने परिजनों को ढांढस बंधाया।
शुक्रवार शाम को भागलपुर सरयू नदी तट पर गार्ड ऑफ ऑनर के बाद पिता रविप्रताप सिंह ने बेटे को नम आंखों से मुखाग्नि दी। यह दृश्य देख सभी की आंखें नम हो गईं। अंतिम संस्कार के अवसर पर गांव के साथ ही आसपास के क्षेत्र के लोगों की सैकड़ों की संख्या में भीड़ एकत्रित रही।
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