सावधान! धंस रहा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे सम्हल कर भरें फर्राटा

उद्घाटन से लेकर लोकार्पण तक लगातार सुर्खियों में रहा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, सपा सुप्रीमो कई बार ले चुके हैं गुणवत्ता पर चुटकी

सुल्तानपुर। सावधान! पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर जाने की सोच रहे हैं तो संभलकर फर्राटा भरें, बरसात होने के साथ ही पूर्वांचल एक्सप्रेसवे धंसने लगा है। किलोमीटर संख्या 76 पर धंसी सड़क को जलकुंभी और पॉलिथीन से ढक कर लोगों को सजग किया जा रहा है। ऐसे में अगर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर जाने की सोच रहे हैं तो संभल कर चलें बरसात के चलते सड़क कहां धंस जाए कोई पता नहीं।

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लखनऊ से गाजीपुर तक जाने वाली पूर्वांचल एक्सप्रेस वे किन्हीं न किन्हीं कारणों से शुरुआत से ही चर्चा में रही है। कभी सर्वाधिक एक्सीडेंट को लेकर तो कभी गुणवत्ता को लेकर विपक्षी व्यंग्य करते रहे। कल हल्की बारिश में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के माइल स्टोन 76 के पास यह सड़क अचानक धंस गई। सड़क बैठने ने एक बार फिर गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं। इससे पहले भी पूर्वांचल पर सड़क कई जगह बैठ चुकी है। बताया जा रहा है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर किमी संख्या 76 लखनऊ की तरफ जाने वाली साइड में सुल्तानपुर-अयोध्या बॉर्डर पर हल्की ही बरसात में सड़क बैठी है।

कार्यदायी संस्था को जानकारी हुई तो उसने उस स्थान को पन्नी से ढक दिया है। सड़क धंसने से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर आने जाने वाले वाहनों की दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। एक्सईएन डी के सिंह ने बताया कि उन्हें पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के धंसने की जानकारी अब तक नहीं मिली है। एक्सईएन ने कहा कि अगर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे कहीं पर धंसा है तो कार्यदायी कंपनी उसे दुरुस्त करवाएगी।

पिछली बारिश में भी बैठी थी सड़क

गौरतलब है, कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण के समय से ही इसकी गुणवत्ता सवालों के घेरे में रही है। कार्यदायी संस्था चाहे एप्को कम्पनी रही हो या गायत्री कंस्ट्रक्शन सभी के कार्य शुरुआती दौर से ही सवालों के घेरे में रहे हैं। बीते वर्ष हुई बरसात में भी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किमी संख्या 83 पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए थे, इसी गड्ढे में एक कार भी घुस गई थी। कई लोग घायल हुए थे। एक्सप्रेस वे रोड डायवर्जन के कारण एक रोडवेज बस भी लड़ गई थी उसमे भी यात्री घायल हुए थे। यूपीडा ने इन घटनाओं को छुपाने की काफी कोशिश की थी। इतना ही नहीं किमी संख्या 80 के पास गोल चक्कर पर भी सड़क पिछली बरसात में बह गई थी।

दूर तक ना जाए पानी इसलिए लगाया पॉलिथीन

अभी तो ढंग से बरसात की शुरुआत भी नहीं हुई कि गायत्री कॉन्सट्रक्शन द्वारा बनाई गई माइल स्टोन 76 के पास लखनऊ जाने वाली साइड में यह सड़क धंस गई है। गड्ढे को पौधों की हरी टहनियों से ढक दिया गया व पॉलीथिन लगाई गई कि जिससे और पानी नीचे न जाये नही तो सड़क दूर तक बैठ जाएगी।
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