मणिपुर की घटना पर चिंता जताते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने सौंपा ज्ञापन
कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा
इकरार अली, गोंडा। मणिपुर में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश द्वारा दिए गए निर्देश के बाद उपजी हिंसा में अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत से आहत कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को दोपहर बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। सभी ने इस मामले में राष्ट्रपति से हस्तक्षेप कर कार्यवाही करने की मांग की है।
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कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सगीर अहमद खान के नेतृत्व में जिलाध्यक्ष प्रमोद मिश्रा की उपस्थिति में कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे यहां पर सभी ने मणिपुर में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के आदेश के बाद शुरू हुई हिंसा और लगातार हो रही मौतों को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सगीर खान ने कहा कि मणिपुर के हालत काफी नाजुक है इस मामले में तत्काल राष्ट्रपति को स्वत संज्ञान लेते हैं हस्तक्षेप करने की जरूरत है जिससे कि शांति व्यवस्था कायम रह सके।
सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपते समय जिला प्रवक्ता शिव कुमार दुबे, अफ्सार मोहम्मद, रामराज सिंह, विनय प्रकाश त्रिपाठी, चांद खान, राज कुमार शुक्ला, सेवा दल के अध्यक्ष प्रद्युम्न शुक्ला, विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुभाष चंद्र पांडे, राम सिंगार भारती, राज कुमार शुक्ला एडवोकेट, मंजूर अहमद, अब्दुल अजीज, अरुण कुमार गौतम, दिलावर हुसैन, मोहम्मद शफी, राजू, सेवादल के नियाज खान, अब्दुल्लाह, मोहम्मद शोएब, फूल मोहम्मद, आरिफ खान सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के इस आदेश के बाद उपजी हिंसा
मणिपुर में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एम बी मुरलीधरन के आदेश के तहत निर्देश दिया गया था कि मैतेयी समुदाय को अनुसूचित जाति-जनजाति संवर्ग में शामिल करने के लिए प्रदेश सरकार पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए केंद्र सरकार को सुझाव प्रेषित करे। मुख्य न्यायाधीश के इसी आदेश के बाद मणिपुर में हिंसा भड़क उठी। अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत की बात बताई जा रही है।
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