“रहीमाबाद थाना भ्रष्ट है” सुसाइड नोट लिख कर छात्र ने लगायी फांसी

रहीमाबाद में सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा था आत्महत्या करने वाला छात्र, पुलिस के फर्जीवाड़े से परेशान होकर उठाया कदम, पुलिस पर 50 हजार घूस मांगने का आरोप, दारोगा समेत तीन पुलिस कर्मी लाइन हाजिर

लखनऊ। रहीमाबाद क्षेत्र में पुलिस द्वारा फर्जी तरीके से फंसाए जाने से क्षुब्ध एक छात्र ने रविवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी कर रहा था, फांसी लगाने से पूर्व उसने सुसाइड नोट भी लिखा। सुसाइड नोट में रहीमाबाद थाने के भ्रष्ट होने की बात लिखते हुए छात्र ने कहा है कि उसे तथा उसके भाइयों को पुलिस ने धोखे से बुलवा कर कुछ लोगों की मिलीभगत से फर्जी मामले में फंसा दिया और अब 50000 घूस की डिमांड की जा रही है। छात्र के आत्महत्या करने और सुसाइड नोट मिलने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। आनन-फानन में आरोपी दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों को एसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।

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रहीमाबाद थाना क्षेत्र के रहीमाबाद निवासी छात्र आशीष कुमार ने फांसी लगाकर आत्महत्या करने के पहले सुसाइड नोट छोड़ा है। सुसाइड नोट में छात्र आशीष ने लिखा है कि क्षेत्र निवासी नंदू विश्वकर्मा, अरविंद तथा श्याम किशोर उसके परिवार से रंजिश रखते हैं। आए दिन परेशान करते रहते हैं। इन तीनों लोगों ने अपने मजदूर की सहायता से फर्जी एफआईआर दर्ज करवा कर पुलिस से सांठगांठ की। छात्र आशीष ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि पुलिस ने धोखे से उसे तथा उसके भाई को थाने बुलाकर सादे कागज व आधार कार्ड पर हस्ताक्षर करवा लिया। इसके बाद फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया।

छात्र द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट 👇

छात्र आशीष ने अपने सुसाइड नोट के अंत में लिखा है कि रहीमाबाद थाना पूरा भ्रष्ट है। घर के सामने सीसीटीवी लगा हुआ है पुलिस चाहे तो उसकी जांच कर मामले का पर्दाफाश कर सकती है। लेकिन रहीमाबाद थाने की पुलिस की विपक्षियों से मिली हुई है। सुसाइड नोट लिखने के बाद छात्र आशीष ने फांसी लगाकर जान दे दी।

इस मामले में छात्र की मां ने बिलखते हुए बताया कि बेटा आशीष सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहा था एफआईआर से उसका नाम निकालने के लिए थाने के उपनिरीक्षक राजमणि पाल 50 हजार मांग रहे थे। लेकिन घर में इतने पैसों का इंतजाम नहीं था। इस पर दरोगा ने घूस न मिलने पर मुकदमे में चार्जशीट लगा दी। फर्जी मुकदमा दर्ज होने से अपना कैरियर अंधेरे में देख आशीष ने फांसी लगा ली।

छात्र के फांसी लगाने और सुसाइड नोट लिखने का पता चलते ही पुलिस अधिकारी सकते में आ गए आनन-फानन में आरोपी उप निरीक्षक समेत तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
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