जब्त होगी माफिया अतीक अहमद और उसके गैंग से जुड़े लोगों की सम्पत्ति

ईडी का शिकंजा कसना शुरू, संपत्ति को अटैच करने का निर्णय लिया

लखनऊ। पुलिस के बाद माफिया अतीक अहमद और उसके गैंग से जुड़े लोगों की संपत्ति पर अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कार्रवाई की कवायद तेज कर दी है। ईडी ने माफिया अतीक के खिलाफ तीन साल पहले मनी लॉन्ड्रिंग का मुद्दा उठाया था और अब उनकी संपत्ति को अटैच करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत, धारा 14 (1) के तहत कुर्क की गई करोड़ों की प्रापर्टी को मनी लॉन्ड्रिंग केस के तहत अटैच किया जाएगा। ईडी विशेषाधिकारियों द्वारा संपत्ति के चिन्हित करने और उनसे जुड़े अभिलेखीय साक्ष्य संग्रह की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

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ईडी के रडार पर प्रयागराज से लेकर लखनऊ और दूसरे जिलों की संपत्ति भी आ चुकी है। इसके पश्चात, ईडी ने अपराध के जरिए अर्जित नामी व बेनामी संपत्ति का पता लगाने के बाद झूंसी में स्थित करीब छह करोड़ रुपये की जमीन को अटैच कर दिया है। साथ ही, अतीक और उसकी बीवी शाइस्ता के नाम के 10 बैंक खातों का भी अटैचमेंट किया गया है। यह साबित करता है कि ईडी ने माफिया अतीक और उसके संगठन के सदस्यों की प्रापर्टी को जांच और कार्रवाई के लिए निशानित किया है।

सूत्रों के अनुसार, साबरमती जेल में ईडी द्वारा अतीक से लंबी पूछताछ की गई थी। इस जांच में उसने प्रापर्टी से जुड़े सवालों का उचित जवाब नहीं दिया था। हालांकि, इस पूछताछ के दौरान ही अतीक और उसकी बंदूकधारी संगठन सदस्य अशरफ को गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिससे जांच प्रक्रिया में बाधा आई थी।
ईडी अब उन सभी प्रापर्टियों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है, जो माफिया अतीक और उसके संगठन के द्वारा अपराध के जरिए अर्जित धन से खरीदी गई हैं। इसके अलावा, ईडी उस संगठन के सदस्यों के मनी ट्रेल का भी पता लगाने में जुटी हुई है, ताकि उनकी प्रापर्टी भी अटैच की जा सके। पिछले छह सालों में पुलिस ने माफिया अतीक और उसके संगठन से जुड़े लोगों की करीब सात करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को कुर्क किया है, जिस पर अब ईडी कार्रवाई करेगी। ईडी अपराधियों की संपत्ति को अटैच करने के लिए अपने विशेषाधिकारियों को तैनात करेगी। यह कार्रवाई माफिया अतीक और उसके संगठन के खिलाफ जारी की जा रही जांच की प्रगति का हिस्सा है।

ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और अपराधियों की गैरकानूनी संपत्ति का पता लगाने के लिए महत्वपूर्ण है। यह संदेश देती है कि अपराधियों की खुली दिलचस्पी और धन लौटाने के प्रयासों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। यह ईडी की संघर्षशीलता और निरंतर प्रयासों का परिणाम है, जो अपराधियों के खिलाफ न्यायपालिका और पुलिस के साथ सहयोग करके अपराध को रोकने और संपत्ति को जब्त करने के लिए कार्रवाई कर रही है।

इस कार्रवाई से यह साबित होता है कि कोई भी व्यक्ति अपराध करके धन को बहाने के लिए माफिया या गैंग से जुड़ने की कोशिश करता है, तो उसे ईडी और अन्य संघर्षशील एजेंसियों द्वारा जांच की जाएगी और अपराधियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इससे देश में अपराध की खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी और न्यायपालिका के नियमों का पालन होगा।

माफिया और गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई करके, ईडी देश में न्याय और सुरक्षा को मजबूत करने का संकेत देती है। इसके अलावा, यह संदेश देती है कि किसी भी संगठन या व्यक्ति को अपराधियों की सहायता करने का कोई सुरक्षा नहीं है और अपराधियों की संपत्ति को कानूनी रूप से जब्त किया जा सकता है।

इस कार्रवाई के माध्यम से सामान्य जनता को यह संदेश दिया जा रहा है कि कोई भी अपराध करने वाला व्यक्ति और संगठन को समाज और सरकार से बचने की कोशिश करेगा तो वह उचित कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा।

ईडी की इस कार्रवाई के माध्यम से, संज्ञान में आए अपराधियों को सजा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है और अपराधियों की संपत्ति को कानूनी रूप से जब्त करके देश की अर्थ
संरचना को मजबूती देने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा, यह कार्रवाई अपराधियों के प्रति डरावना संदेश भी भेज रही है कि वे किसी भी गैरकानूनी गतिविधियों का निर्माण नहीं कर सकेंगे और उनकी संपत्ति का गणनाकारी जब्ती हो सकती है।

इस कार्रवाई का प्रभाव व्यापक रूप से महसूस होगा, क्योंकि इससे समाज में दबंगों, माफिया और गैंगस्टरों के प्रति डर का माहौल उत्पन्न होगा। इसके परिणामस्वरूप, लोगों की सुरक्षा और न्याय के प्रति विश्वास बढ़ेगा।

ईडी की कार्रवाई सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा को भी मजबूत करेगी। यह कार्रवाई अर्थव्यवस्था को भी सकारात्मक प्रभाव प्रदान करेगी, क्योंकि अपराधियों की संपत्ति का जब्ती करने से उनकी गैरकानूनी गतिविधियों की संभावना कम होगी और सामान्य जनता को अधिक सुरक्षित महसूस होगा। इस कार्रवाई में ईडी के निष्ठापूर्वक और पेशेवर कार्य की सराहना की जानी चाहिए। यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
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