8 सूत्रीय मांगों को लेकर सभासदों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन
अलादीन का चिराग फिर से आया बाहर, अध्यक्ष प्रतिनिधि के मनमानी रवैये से नाराज़ हैं सभासद गण
छेदीलाल गुप्ता,जिला सहप्रभारी :चौक /महाराजगंज। मुख्यमंत्री का गढ़ और मिनी गोरखधाम के नाम से प्रसिद्ध नगर पंचायत चौक को आज सभी लोग बखूबी जानते हैं और जाने भी क्यों नहीं मुख्यमंत्री का छावनी भी यही पर मौजूद हैं। नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद से चौक की दशा एकदम बदल गई। मानों की मुख्यमंत्री ने चौक में विकास करने के लिए खजाने का पिटारा ही खोल दिया हो। लेकिन जबसे नगर पंचायत का चुनाव संपन्न हुआ है तबसे आये दिन किसी ना किसी विवाद को लेकर नगर पंचायत चौक कार्यालय हमेशा विवादों में घिरा ही रहता है।
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अगर कहें तो नगर पंचायत चौक कार्यालय विवादों का अखाड़ा बन गया है। वजह है वहां की मौजूदा चेयरमैन और प्रतिनिधि अजय मद्धेशिया। अध्यक्ष प्रतिनिधि अजय मद्धेशिया का मनमानी ढंग से कार्य और अध्यक्ष प्रतिनिधि होने का धौंस ज़माना अपने आगोश में खो जाना और निर्वाचित सभासदों का सम्मान ना करना, चेयरमैन को अपने घर में कैद करके रखना, सभासदों की समस्याओं पर ध्यान न देना ही विवाद बना हुआ है।
कुछ ही समय पूर्व नगर पंचायत चौक के विवादित कार्यालय में कुर्सी पर बैठने को लेकर सभासदों और अध्यक्ष प्रतिनिधि अजय मद्धेशिया में विवाद हुआ था और जमकर हाथापाई और कुर्सियां चली थी। इस मामले में दोनों तरफ से चौक थाने पर तहरीर दी गई थी। इस बार फिर से नगर पंचायत चौक का अलादीन का चिराग बाहर निकल आया है और चौक के सभासदों ने आज से अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है।
उन्होंने 8 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना देना शुरू कर दिया है। सभासदों ने आरोप लगाया है कि अध्यक्ष प्रतिनिधि अजय मद्धेशिया ने चेयरमैन को अपने घर पर बंधक बनाकर रखा हुआ है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे चौक का विकास रूका हुआ है। अनशन पर बैठे सभासद पवन वर्मा ने कहा कि जनता ने हमें चुना है लेकिन हम अपनी और क्षेत्र की समस्याओं को लेकर अपील किससे करें जब अध्यक्ष महोदया कार्यालय पर आती ही नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि अध्यक्ष प्रतिनिधि अजय मद्धेशिया अपने मनमाफिक कार्य नगर पंचायत में कर रहे हैं और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। सभासदों ने आरोप लगाया है कि अध्यक्ष महोदया का कोई संपर्क सूत्र ना होने से विकास कार्य में अवरोध पैदा होता है। उन लोगों ने आरोप लगाया है कि नगर पंचायत सदस्यों के बिना जानकारी व सदन की बोर्ड में प्रस्ताव लाए ही टेंडर प्रक्रिया व भुगतान करा दिया जाता है। सभासदों ने कार्यालय पर मौजूद कुल वाहनों और संसाधनो की जानकारी भी मांगी।
सभासदों ने आरोप लगाया है कि पूर्व में बोर्ड की बैठक हर माह होती थी लेकिन क्या कारण है कि पिछले 6 महीने से कोई भी बोर्ड की बैठक नहीं की गई। निकाय गठन होने के बाद जो भी सामग्रियो का क्रय किया गया और कितने कार्यों की निविदा की गई उसकी पूरी सूची लिपिक द्वारा सत्यापित पत्रावली एवं एवं अगर इसका पूरा भुगतान किया गया है तो विवरण दिया जाए।
सभासदों ने अपनी मांगों में कहा है कि अगर किसी निर्वाचित सदस्यों द्वारा नगर पंचायत कार्यालय से कोई सूचना मांगी जाती है तो उसका विवरण क्यों नहीं दिया जाता है।
इस दौरान सभासद पवन वर्मा, आशीष साहनी, विजय मद्धेशिया, प्रियंका वर्मा, रंजू देवी, नेहा यादव, त्रिभुवन गुप्ता, नरोत्तम प्रसाद अमितेष गुप्ता गोरख गुप्ता आलोक गुप्ता गोरखनाथ पासवान राहुल पाण्डेय रामाआसरे प्रजापति प्रजापति रीना पाण्डेय प्रतिनिधि सर्वेश पाण्डेय हीरालाल गोवर्द्धन प्रसाद सहित तमाम अन्य सभासद गण मौजूद रहे।
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