देवरिया पुलिस ने लूट कांड का किया खुलासा, अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार
लूट के 5,943 रुपये और वारदात में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल बरामद
घनश्याम मणि त्रिपाठी : देवरिया। यूपी के देवरिया जिले की खामपार पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए लूट की वारदात को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से लूट के 5,943 रुपये और वारदात में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल बरामद की गई है। आरोपियों ने बिहार और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था।
जानिए कैसे हुई थी लूट?
घटना 2 फरवरी 2025 की है। लवकुश फिलिंग स्टेशन के मालिक उमेश चंद्र राय अपने पेट्रोल पंप से घर लौट रहे थे, तभी सरया टोला दुदही के पास दो मोटरसाइकिल पर सवार बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। उन्होंने उमेश चंद्र से मारपीट कर उनके पास मौजूद नकदी लूट ली और फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस की सक्रियता और गिरफ्तारी
घटना के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक ने विशेष टीमों का गठन किया। 5 फरवरी 2025 को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध केरवनिया पुल के पास मौजूद हैं। एसओजी टीम और खामपार थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए चार बदमाशों को धर दबोचा।
गिरफ्तार किए गए यह आरोपी
1. महेन्द्र कुमार भारती (सल्लहपुर, भटनी, देवरिया)
2. रंजीत राजभर (कुकुरघाटी, खामपार, देवरिया)
3. अभिषेक कुशवाहा (कुकुरघाटी, खामपार, देवरिया)
4. रितेश सिंह उर्फ विक्की (हरनाडार, सिकंदरपुर, बलिया)
कैसे करता था गैंग काम?
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे किसी व्यक्ति को निशाना बनाकर पहले उसकी रेकी करते थे और फिर सुनसान इलाके में मौका पाकर उसे लूट लेते थे। उमेश चंद्र के साथ भी यही हुआ। घटना के बाद चारों आरोपी दो मोटरसाइकिल से भाग निकले थे। जांच में पता चला कि इनमें से एक मोटरसाइकिल (पैशन प्रो) तीन महीने पहले बिहार के सीतापट्टी से लूटी गई थी।
बरामदगी
– लूट के 5,943 रुपये
– घटना में प्रयुक्त टीवीएस अपाचे और पैशन प्रो बाइक
आरोपियों का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार किए गए बदमाशों में से दो का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से है, गिरफ्तार रंजीत राजभर पहले भी लूट और धमकी के मामले में शामिल रहा है। वहीं पकड़े गए अभिषेक कुशवाहा के खिलाफ बिहार के विजयीपुर थाने में लूट और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हैं।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाने वाली पुलिस टीम में शामिल अधिकारी
– महेन्द्र चतुर्वेदी (थानाध्यक्ष, खामपार)
– नवीन चौधरी (प्रभारी, एसओजी)
– देवेन्द्र प्रताप, दिनेश मौर्य** (खामपार थाना)
– एसओजी, सर्विलांस और खामपार पुलिस की पूरी टीम
खामपार पुलिस की इस कार्रवाई से स्पष्ट हो गया है कि जिले में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। पुलिस की सतर्कता और तेज़ी से हुई कार्रवाई के चलते लूट की इस वारदात का पर्दाफाश हुआ और आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया। पुलिस आगे भी अपराधियों के खिलाफ इसी तरह की सख्त कार्रवाई जारी रखेगी।