बेटा न होने से दुखी महिला ने की आत्महत्या
भदोही जिले के वीरभद्र पट्टी गाँव की घटना, पति ने फंदे से लटकता देखा शव
भदोही। भदोही जिले के सुरियावां क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहाँ एक महिला ने सिर्फ इस वजह से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली क्योंकि उसके बेटा नहीं था। महिला के पहले से ही दो बेटियां थीं, लेकिन समाज के दबाव और मानसिक तनाव के चलते उसने यह कठोर कदम उठा लिया।
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सुरियावां थाना क्षेत्र के वीरभद्र पट्टी गाँव में 35 वर्षीय सोनी बिन्द, पत्नी जितेंद्र बिन्द, ने मंगलवार की भोर में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। पुलिस के अनुसार, महिला अपने दो बेटियों के बावजूद मानसिक तनाव में रहती थी, क्योंकि उसे बेटा नहीं था।
पति जितेंद्र ने बताया कि रोज की तरह रात में खाना खाने के बाद पत्नी सोनी कमरे में सोने चली गई। देर रात करीब तीन बजे जब वह कमरे में गया, तो उसने अपनी पत्नी को साड़ी के फंदे से झूलता हुआ पाया। यह देख वह स्तब्ध रह गया और तुरंत परिवारवालों को सूचना दी।
परिवार और पुलिस की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना पाकर सुरियावां पुलिस मौके पर पहुँची और शव को कब्जे में लिया। सुरियावां थानाध्यक्ष अरविन्द गुप्ता ने बताया कि महिला के मायके पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्होंने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल की जांच की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है। हालाँकि अभी तक कोई अप्राकृतिक गतिविधि नहीं पाई गई है, लेकिन सभी संभावित पहलुओं पर जाँच जारी है।
सामाजिक दबाव बना वजह?
यह घटना समाज में बेटा-बेटी के भेदभाव पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। भले ही महिला के पास दो बेटियां थीं, लेकिन सामाजिक दबाव और मानसिक तनाव ने उसे इतना तोड़ दिया कि उसने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।
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