30 वर्षो से दयनीय मार्ग पर ग्रामीणों की कारसेवा,क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियो व अधिकारियों के वादों से आजिज थे ग्रामीण

करीब 5 दर्जन ग्रामीण कर रहे कारसेवा,वादो के पुल पर ग्रामीण लामबंद बनाया रास्ता

आयुष पाण्डेय, जिला संवाददाता :धौरहरा/लखीमपुर खीरी। पांच ग्राम पंचायतों की 50 हजार आबादी लगभग 30 वर्षो से क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की लापरवाही से आजिज ग्रामीणों द्वारा आखिर कार अपने आप श्रमदान कर खुद ही मार्ग बनाने में जुट गए और मार्ग बना दिया।

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फोटो कैप्शन -ग्रामीणों द्वारा तीन दिनों से श्रमदान करते हुए रास्ते के दोनो साइढ में खाली बोरियों में मिट्टी/बालू भरकर आवागमन सही करने का काम शुरू

प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील क्षेत्र धौरहरा के सुजई कुण्डा — धौरहरा मार्ग पर पूर्व में बने पुल के दोनों किनारे अब से करीब 30 वर्ष पूर्व बाढ की विभीषिका की भेट चढ गये थे। तभी से उपरोक्त आबादी तहसील व जिला मुख्यालय से दूर हो गई थी।

ग्रामीणो द्वारा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियो सांसदों व विधायकों के वादों से आजिज आकर उपरोक्त गांवों से विद्यालय आने वाले बच्चों द्वारा बीते वर्ष दो बार हाइवे जाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया जिसके नतीजे में धौरहरा पुलिस द्वारा ज्ञात अज्ञात में दो बार बच्चों से लेकर ग्रामीणों पर केस दर्ज किया था।

2024 के लोक-सभा आम चुनाव में ग्रामीणों द्वारा गांव में एक पखवाड़े तक प्रदर्शन करते हुए ,,,पुल नही तो पोल नही ,,, विरोध प्रदर्शन की खबरें समाचार पत्रों में प्रकाशित होने पर हरकत में चार दिन पूर्व से जे सी बी के माध्यम में मिट्टी पटान कराने का कार्य शुरू किया गया था।

अतः क्षेत्र में तीन दिनों तक हुई मूसलाधार बरसात से मार्ग पुनः क्षतिग्रस्त हुआ था जिसको देखते हुए ग्रामीणों द्वारा तीन दिनों से श्रमदान करते हुए रास्ते के दोनो साइढ में खाली बोरियों में मिट्टी/बालू भरकर आवागमन सही करने का काम शुरू हो गया। मार्ग को सही कराने के संबंध में मौजूद ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि नेता व अधिकारी करीब तीस साल से पुल व मार्ग बनवाने की बात कहते रहे थे लेकिन बना नही पाए।हम लोगों को निकलना है खुद ही बना लेंगे।

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