1111 दीपों से जगमगाया माँ सरयू आरती स्थल, नदी वंदन द्वार का हुआ उद्घाटन
विश्व पर्यावरण दिवस की संध्या पर प्रकृति परिवार की विशेष पहल, सरयू श्रृंगार सेवा के तहत हुआ भव्य आयोजन
बहराइच। विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस की भोर नए रंग के साथ आई। दुनिया भर में 05 जून को धरती के पर्यावरण व संपदा को बचाने के उद्देश्य से व जागरूकता हेतु विभिन्न कार्यक्रम पर किए जा रहे। जिसके अंतर्गत बहराइच में लगभग दशक भर से पर्यावरण संरक्षण को समर्पित समुदाय प्रकृति परिवार पंथ तथा वन प्रभाग के संयुक्त तत्वावधान में प्राचीन श्रीमरीमाता मंदिर परिसर में स्थित मां सरयू आरती स्थल नदी घाट पर नदियों के सम्मान में भव्य व दिव्य दीपोत्सव मनाया गया। सरयू वंदन द्वार भी जनता को समर्पित किया गया।
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कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला गंगा व पर्यावरण समिति के सचिव डीएफओ बहराइच संजय शर्मा रहे। कार्यक्रम पूर्व उपस्थित जनो को मुख्य अतिथि ने प्लास्टिक मुक्त भारत व पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई फिर घाटों पर स्वच्छता अभियान चलाया गया साथ मे पौधारोपण हुए तत्पश्चात दीपोत्सव प्रारंभ हुआ।
प्रकृति परिवार पंथ के प्रमुख व सरयू श्रृंगार सेवा के संयोजक अर्चित मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस की थीम प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण रखी गई है जिसका उद्देश्य धरती, नदियों, जंगलों आदि का विशेष ध्यान रखते हुए हमे अपने समाज से प्लास्टिक को समाप्त करना है। ऐसे में नदियों के सम्मान में इस खास दिन हम बहराइच के माँ सरयू आरती स्थल, मरी माता मंदिर पर एक भव्य वंदन द्वार को जिला गंगा समिति व उसकी उप शाखा सरयू श्रृंगार सेवा समिति (नमामि गंगे) की उपस्थिति में रहते हुए नदी व मंदिर को समर्पित कर रहे, इसकी स्थापना बीते वर्ष इसी गंगा दशहरा (नदियों के अवतरण दिवस) पर प्रकृति परिवार द्वारा करवाई गई थी। आज इसका उद्घाटन समिति सचिव प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच संजय शर्मा ने दीप जलाकर किया।
डीएफओ संजय शर्मा ने कहा कि हमारा उद्देश्य हमारी प्राकृतिक संपदा को सहेजना व सरयू को प्रदूषण मुक्त रखते हुए इसके गौरव, सौंदर्य व श्रृंगार को पुनः वापस लाना है जिसके तहत ही नमामि गंगे की सरयू श्रृंगार सेवा समिति का गठन कर श्रीराम नवमी के अवसर से मां सरयू की नित्य भव्य दिव्य आरती का आयोजन प्रायः सुबह शाम हो रहा तथा आज यह विशाल वंदन द्वार एवं दीपदान का कार्यक्रम विशेष तौर पर रखा गया है जिसमे करीब एक हजार एक सौ ग्यारह दीपको को आज घाट पर सम्मानित जनो व आमजनमानस के साथ प्रज्वलित किया जा रहा है।
सायंकाल वंदन द्वार पर तिलक लगाकर व नारियल फोड़कर आचमन किया गया तत्पश्चात 1111 दीपदान किए गए। पुरोहितो द्वारा नित्य संध्या सरयू आरती उतारी गई तथा कमल पुष्प, पंचामृत व त्रिवेणी जल से मां सरयू का भव्य अभिषेक किया गया।
जय सरयू माता तेरी जय सरयू माता.. गाकर गायक जसवीर सिंह व साथियों ने मां सरयू की आरती गाई।
कार्यक्रम में बहराइच वनप्रभाग के अधिकारी जन, वंदन द्वार के विशेष सहयोगी बलिराम एंड मोहनलाल डिपार्टमेंटल एजेंसी, सरयू श्रृंगार सेवा समिति के सदस्य, नमामि गंगे व स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि, प्रतिभा संरक्षण सेवा न्यास, जन सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था, गंगा समग्र, मरी माता मंदिर समिति के समस्त पदाधिकारियों संग सैकड़ों की संख्या में आमजनमानस उपस्थित रहे। समन्वय व संयुक्त संयोजन में समाजसेवी पुण्डरीक पाण्डेय की भूमिका सराहनीय रही।
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