कई तरह की दवा बिक्री पर सरकार का प्रतिबंध, यूपी के दवा व्यवसायी गुस्सा, करोड़ों का घाटा
केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन कर रहा सरकार के फैसले का विरोध, कहा सरकार को व्यापारियों की चिंता नहीं, दवा बिक्री पर रोक के फरमान पर फिर से विचार करे सरकार
सीतापुर। सरकार द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक कई तरह की दवाओं को प्रतिबंधित कर उनकी बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है। इससे व्यापारी गुस्सा है। व्यापारियों ने कहा यह फैसला व्यापारी विरोधी है। सरकार के इस फैसले से सिर्फ यूपी के ही लाखों दवा विक्रेताओं को लाखों-करोड़ों रूपयों का आर्थिक नुकसान हुआ है। यह बात केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन उप्र के प्रदेश महामंत्री सुरेश गुप्ता ने शुक्रवार को तामसेनगंज स्थित सीतापुर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के जिला कार्यालय पर आयोजित बैठक में दवा विक्रेताओं को संबोधित करते हुए कही।
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केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन उप्र के प्रदेश महामंत्री सुरेश गुप्ता ने कहा कि सरकार ने दवा विक्रेताओं को बिना कोई मौका दिए एकाएक कई तरह की दवाओं को प्रतिबंधित कर उनकी बिक्री पर रोक लगाने का फरमान जारी कर दिया है। सरकार के फैसले से थोक और फुटकर दवा विक्रेताओं के गोदामों और दुकानों में लाखों रुपए की दवाएं रखी रह गई है। जिसका आर्थिक नुकसान दवा विक्रेताओं को हो रहा है।
उन्होंने कहा कि दवा विक्रेताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार को एक बार अपने फैसले पर विचार करते हुए कुछ समय का मौका देना चाहिए, जिससे वह प्रतिबंधित दवाओं के अपने स्टॉक को खत्म कर सके और खुद को आर्थिक नुकसान से बचा सके। प्रदेश महामंत्री सुरेश गुप्ता ने कहा कि सरकार को दवाई प्रतिबंधित करने से पहले सूचना जारी करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले का हर स्तर पर दवा विक्रेता विरोध करेंगे।
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