शनिचरी डायरी : हलचल के बीच सिस्टम को बेहतर दिखाने के प्रयास के बीच भी होता रहा खेला
साप्ताहिक रिपोर्ट : पंचम तल/ राजधानी तक पहुँच की रही चर्चा ; सत्ता दल के नेता मायूस, विपक्ष के नेताओं के जलवा की चर्चा
अशोक वत्स, जिला संवाददाता कुशीनगर : तमकुहीराज। हलचल : सरकारी दफ्तरों में प्राइवेट मुंसियों या थानों के इर्द गिर्द मंडराने वाले दलालों को लेकर सरकार व शासन के साथ ही उच्चाधिकारी भी काफी गम्भीर है। प्रदेश से लेकर जिले और तहसीलों में लगातार हो रही कार्रवाई के बाद प्राइवेट मुंसी/दलाल अब सामने दिखने को नहीं मिल रहे। यह दीगर बात है कि सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों की कमी के कारण कुछ हद तक दिक्कतें हो रही। सरकार और शासन में लगातार सरकारी दफ्तरों में प्राइवेट मुंसी व दलालों को लेकर शिकायते हो रही थी।
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कुशीनगर जिले में डीएम उमेश मिश्र ने सबसे पहले अपने कार्यालय से ही इसकी शुरुआत की, उसके बाद जिले के सभी एसडीएम अपने तहसील कार्यालय में प्राइवेट मुंसियों को तहसील छोड़ भग जाने का निर्देश देते हुए स्पष्ट कहा कि जो भी पकड़ा जाएगा, वह विधिक कार्रवाई के जद में आएगा। इस फरमान के बाद वे सरकारी दफ्तर से बाहर तो निकल गये, लेकिन बाहर से ही मैनेज का खेल करने का प्रयास अब भी कर रहे। ठिका उसी तरह बलिया जनपद में एडीजी व डीआईजी के कार्रवाई के बाद इस जिले खासकर बिहार सीमा से लगे थानों पर विशेष सावधानी बरती जा रही।
पिछले शनिवार को पूरे दिन पूरे प्रदेश में माँ के नाम एक बृक्ष को एक अभियान के रूप में मनाया गया। तमकुहीराज तहसील, ब्लाक, नगर पंचायत, गांव सभी जगह और सभी संस्थाओं द्वारा हजारों की संख्या में पौधे लगाये गये। एक पेड़ के साथ कई लोगों ने फोटो शूट कर सोसल मीडिया पर शपथ और संकल्प के साथ कुछ ज्ञान भी बांटे। लेकिन उसके बाद किसी ने उस पौधे की परवाह नहीं किया कि उसकी स्थिति क्या है। आम आदमी में चर्चा है कि जो पौधे किसी सरकारी/अर्ध सरकारी कार्यालय के परिसर में लगाये गये, वही पौधे 75% के करीब सुरक्षित है, अन्यथा लगभग पौधे …….? यहां संकल्प, शपथ और ज्ञान की बाते सोशल मीडिया पर खूब होती है, लेकिन सच्चाई को स्वीकार करने की हिम्मत कोई नहीं करता। ऐसे में भारी मन से संकल्प/शपथ के साथ पौधरोपड़ करने वाले देश के भविष्य को लेकर चिंतित सभी सम्मानित जनों को इस सराहनीय कार्य के लिए बार बार साधुबाद !
तमकुहीराज :टप्पेबाजी
तमकुहीराज थाना क्षेत्र के गांव रामचन्द्रपुर में गहनों की टप्पेबाजी की खबर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। जिसको लेकर लोग यह कहते और सोशल मीडिया पर लिखते रहे कि लतवा मुरलीधर में भी एक घटना हुई थी, लेकिन गम्भीर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ऐसे मामलों में मुकदमा ही दर्ज नहीं कर रही। खैर यह व्यवस्था की बात है। वहीं दो दुष्कर्म के मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी की लोग सराहना भी कर रहे।
सेवरही : सेवरही उपनगर में मासूम खेलने के दौरान खुले नाले में गिर गया, और उसकी मौत हो गयी। जिसे लेकर नगर के लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर नाले के ऊपर स्लेप लगवाने की मांग की। इस दौरान नगर पंचायत के खिलाफ भी नारेबाजी हुई। सेवरही पुलिस हमेशा चर्चा में रहती है। इस हप्ते कुछ मामलों को लेकर आम आदमी में चर्चा में रही।
पटहेरवा : पटहेरवा थाना क्षेत्र के एक गांव के सरेह में मिले एक शव को लेकर हो रही पुलिस कार्रवाई की चर्चा आम आदमी में खूब हो रही। वैसे पुलिस हर पहलुओं की जांच कर रही। आम आदमी में यह भी चर्चा है कि कुछ लोग अपने हित में मामले को तूल दे रहे।
बरवापट्टी : इस सप्ताह बरवापट्टी थाने को लेकर कोई चर्चा सुनने को नहीं मिला।
विशुनपुरा : इस हप्ते सबसे अधिक चर्चा विशुनपुरा पुलिस की हुई। अपनी शिकायत लेकर तहसील आने वाले अधिकतर पीड़ितों ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाया।
विशुनपुरा थाना क्षेत्र के गोड़रिया में उधारी पैसे की मांग को लेकर हुई मारपीट के मामले में व्यापारी संगठन पुलिस पर कार्रवाई में ढिलाई बरतने और पीड़ित पक्ष के साथ न्याय न करने का आरोप लगा आंदोलन शुरू कर दिया है। जबकि उसके जवाब में क्षत्रिय समाज ने मारपीट के घटना को राजनीतिक रंग देकर अपने समाज के लोगों का उत्पीड़न करने का आरोप लगा विरोध दर्ज कराते हुए एसडीएम को पत्रक सौंपा है।
चौराखास : चौराखास के साहब को लेकर आम आदमी में चर्चा इस बात की है कि साहब इस थाने को पूर्व के तरयासुजान के स्वरूप में लाना चाहते है। यह चर्चा समाजिक लोगों की बीच है। मतलब……….?
तरयासुजान : इस थाने की चर्चा हमेशा होती है। चाहे कोई इसकी नकल करें तब या फिर कोई बड़ी कार्रवाई हो तब। तरयासुजान पुलिस की कार्रवाई से इस सप्ताह क्षेत्र में शांति बनी रहने और दलालों के थाने में प्रवेश पर रोक की चर्चा खूब हो रही। वही *बहादुरपुर/हाइवे* की चौकी चर्चा में सुमार रही।
तुर्कपट्टी : तुर्कपट्टी पुलिस को लेकर लोगों में कोई खास प्रतिक्रिया सुनने को नहीं मिली।
रविवार का दिन मनीष कश्यप को नसीहत :
बिहार के चर्चित यूटुयूबर मनीष कश्यप की फोरलेन पर वीडियो की शूटिंग चर्चा में रही। उन्होंने अपने यात्रा के दौरान रजवटिया में फोरलेन पर रील बना रहे किशोरों को रोककर उन्हें नसीहत देने के दौरान खुद ही फोरलेन पर तेज रफ्तार वाहनों के आवाजाही के बीच वीडियो की शूटिंग शुरू कर दी। जिससे फोरलेन पर भारी भीड़ एकत्र हो गयी। फिर उनसे भीड़ और फोरलेन से गुजर रहे तेज रफ्तार वाहनों को लेकर सवाल हुआ तो उन्हें अपने गलती का एहसास हुआ।
बाढ़, बंधा और कटान : बड़ी गंडक नदी/नारायणी नदी में जल स्तर कम होने के साथ ही बंधे पर दबाव बनाना शुरू हो गया। नरवाजोत, एपी तटबंध, जीरो बंधा, पिपराघाट, अमवा खास में तहसील प्रशासन की ओर से एसडीएम विकास चन्द्र, तहसीलदार चंदन शर्मा खुद बंधे का निरीक्षण कर निगरानी के लिए राजस्वकर्मियों की टीम तैनात कर बचाव कार्य की समीक्षा करते रहे। तो सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि व नेताओं के साथ ही विपक्ष के नेता भी बंधे पर पहुँच निरीक्षण कर अधिकारियों से बात कर जनता का पक्ष व अपना सुझाव देते देखे गये।
तहसील दिवस : सोमवार को तमकुहीराज तहसील सभागार में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस को लेकर विभागीय अधिकारियों की उदासीनता देखने को खूब मिली। अधिकतर विभाग के अधिकारी नदारत रहे। कुछ अधिकारी अपने हिसाब से आये और फिर चलता बने। वैसे तहसील दिवस में राजस्व व पुलिस के मामले सबसे अधिक आते है, लेकिन तहसील क्षेत्र के आठ थानों में से सेवरही, पटहेरवा, चौराखास, विशुनपुरा व तुर्कपट्टी थाने से कोई नहीं आया था। जबकि पीडब्ल्यूडी, विधुत, शिक्षा, नगर पंचायत सेवरही, दुदही सहित अन्य कई विभाग के जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी नदारत रहे। ऐसे में आम आदमी यह सवाल पूछते हुए वापस चला गया या फिर अपनी शिकायत ही दर्ज नहीं कराया कि जब सम्बंधित विभाग का कोई अधिकारी आया ही नहीं है तो उसके मामले का समाधान कैसे होगा।
आम आदमी ऐसे आयोजन को लेकर भी सवाल कर रहा था कि “जब तहसील प्रशासन के अलावे अधिकतर विभाग के जिम्मेदार आएंगे ही नहीं तो इस सम्पूर्ण समाधान दिवस के आयोजन का मतलब ही क्या है। “
तमकुहीराज के एसडीएम विकास चन्द्र ने तहसील दिवस में अनुपस्थित विभाग के जिम्मेदारों को नोटिस भेज अनुपस्थिति होने का जवाब मांगा है।
24 वर्ष संघर्ष के बाद न्याय मिलने की अद्भुत खुशी का नजारा
तरयासुजान थाना क्षेत्र के जगसड़ा निवासी एक व्यक्ति को वर्ष 2000 में कृषि भूमि का पट्टा मिला, लेकिन कब्जा नहीं मिल पाया। पट्टा धारक लगातार तहसील और जिले का चक्कर लगाता रहा। आखिर में इसी सप्ताह यह मामला जब एसडीएम विकास चन्द्र के संज्ञान में आया तो वे राजस्व व पुलिस की टीम भेज पीड़ित को पट्टे की भूमि पर कब्जा दिलाये। कब्जा मिलने के अगले दिन पीड़ित तहसील पहुँच एसडीएम का आभार व्यक्त किया। और तहसील में जो भी मिला उससे अपने खुशी व्यक्त करते हुए तहसील प्रशासन की तारीफ करता रहा।
चर्चा : बिहार सीमा व हाइवे पर स्थिति पुलिस चौकी तमकुहीराज व बहादुपुर में नये चौकी प्रभारी की तैनाती भी आम आदमी में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जनसमस्याओं को लेकर सपा का हल्ला बोल :
क्षेत्र की लचर बिजली व्यवस्था, गन्ना मूल्य का भुगतान, नहरों में पानी सप्लाई आदि सहित 11 मांगों को लेकर सपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी पूर्व प्रमुख डॉ. उदयनारायण गुप्ता, मधुरश्याम राय, राकेश यादव के अगुवाई में सपा कार्यकर्ताओं ने तहसील में धरना प्रदर्शन कर एसडीएम को पत्रक सौंपा और कहा कि मात्र 15 दिन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो सपा हल्ला बोल आंदोलन शुरू कर देगी।
हर घर नल योजना : सरकार बड़े बड़े विज्ञापनों और जागरूकता अभियान (प्रचार प्रसार) के जरिये आम आदमी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का दावा कर रही। लेकिन आम आदमी इसे बड़ा घोटाला बता रहा। आम आदमी का कहना है कि अधिकतर गांवों में बन रहे पानी की टंकी अधूरी है, गांव में पानी के सप्लाई के लिए बिछाई गई पाइप लाइन भी अधूरी है। लेकिन पाइप लाइन बिछाने के नाम पर गांव के पक्के सड़क व मार्ग को खोदकर ध्वस्त कर दिया गया है। जहां पानी की टंकी बन गयी है वहां कर्मचारी के अभाव में संयंत्र जंग खा रहे। सरकार लाखो रुपये खर्च करके भी लोगों को शुद्ध पानी तो नही उपलब्ध करा पाई लेकिन गांव की सड़कों को खंडहर अवश्य बनवा दिया।
सत्ता पक्ष के नेताओं में मायूसी, मैनेज में विपक्ष आगे :
चर्चा है कि पुलिस और प्रशासन में सत्ता पक्ष के लोगों का कोई सुनने वाला नहीं है, सब कुछ मैनेज हो रहा। सत्ता पक्ष के लोग अपने पार्टी के विचारधारा के अनुसार पीड़ित पक्ष की बात करते है, लेकिन मैनेज में विपक्ष आगे निकल जा रहा। उनका मानना है कि इसको लेकर आम आदमी के नाराजगी की एक झलक 2024 के चुनाव में देखने को मिल चुका है। फिर भी यहीं स्थिति रही तो 2027……..?
पंचम तल/राजधानी
इस जिले में एक दशक पूर्व तक तरयासुजान थाने के साथ ही हाइवे के सभी थानों पर तैनाती के लिए पंचम तल/राजधानी की चर्चा हुआ करती थी। बीच में यह बात लगभग समाप्त हो गयी थी। अब एक बार फिर इसकी चर्चा तेज हो गयी है। उसी बीच समाज और जाति की राजनीति करने वाले लोग एक बार फिर एक नई बहस को शुरू कर दिये हैं। उनका कहना है कि सरकार गठन में जाति, अगड़ा, पिछड़ा और अनुसूचित कोटे का पार्टी विशेष ध्यान रखती है। लेकिन जिले में यह समीकरण नहीं दिख रहा और एक जाति के लोगों का प्रभाव ज्यादे दिख रहा। इस चर्चा को कुछ लोग हवा भी दे रहे। कुछ लोगों का मानना है कि समाज मे हर तरह के लोग है। जिन्हें हर जगह जाति और अगड़ा पिछड़ा ही दिखता है। खैर सबका अपना विचारधारा है। मेरा मानना है कि अधिकारी बेहतर कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए अच्छे और बेहतर अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपते है। उन्हें जिस भी अधिकारी की गलती या शिकायत मिलती है, उन्हें हटाते और कार्रवाई भी करते हैं।
बिहार प्रशासन फिर चर्चा में
अब तक सीमा पर बिहार पुलिस प्रतिदिन शराब की खेप पकड़ कर चर्चा में बनी हुई थी। और आम आदमी शराब के खेप की यूपी में बरामदगी के न होने पर सवाल उठा रहा था। लेकिन बीते सप्ताह में बिहार पुलिस ने एक के बाद एक तस्करी के गोवंशों की बरामदगी कर चर्चा में आ गया है। ऐसे में आम आदमी अगर कोई सवाल करें तो वह विचारणीय तो होगा ही।
एक सम्पादक जी ने सोमवारी डायरी लिखने की चुनौती दिये थे, लेकिन उनके कलम की स्याही सुख गयी। लेकिन आप सभी के आशीर्वाद से मैंने सोमवार को महादेव का आशीर्वाद लेकर अपना एक यूट्यूब चैनल ASHOK VATS आपका रिपोर्टर शुरू किया है। उम्मीद है आप सभी का स्नेह मिलेगा।
शनिचरी डायरी तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में घटित होने वाले घटनाओं, सरकारी कार्यक्रम, राजनीति, समाजिक व्यवस्था को लेकर आम आदमी के बीच होने वाले चर्चाओं पर आधारित होता है, मेरा प्रयास होता है कि आम आदमी की बात अधिकारी वर्ग, जनप्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ताओं तक पहुँचे। कि आम आदमी वर्तमान समय व व्यवस्था को लेकर क्या विचार रख रहा है, इस शनिचरी डायरी में मेरा अपना कोई निजी विचार नहीं है। फिर भी किसी भी अधिकारी, जनप्रतिनिधि या सामाजिक व्यक्ति को इस लेख के किसी भी शब्द या अंश से ठेस पहुँच रहा हो तो मैं उसके लिए व्यक्तिगत तौर पर खेद व्यक्त कर रहा हूँ।