विश्वविद्यालय के छात्र विरोधी नीतियों के खिलाफ एबीवीपी का आमरण अनशन जारी
पांच प्रमुख समस्याओं को लेकर ,आज से आमरण अनशन तिलकामांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रारंभ किया।
मुकेश कुमार क्राइम एडिटर (नई दिल्ली)। TV9 भारत समाचार भागलपुर (बिहार)। आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भागलपुर द्वारा तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय भागलपुर के पांच प्रमुख समस्याओं को लेकर आज से आमरण अनशन तिलकामांझी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रारंभ किया है। वहीं अनशन पर बैठे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग सहसंयोजक कुणाल पांडे, जिला संयोजक रोहित कुमार राज, एसएफएस प्रांत सहसंयोजक अनुज चौरसिया, सूर्य प्रताप, संजीव कुमार एवं अनुभव कुमार ने सामूहिक रूप से अनशन करने की घोषणा की। वहीं कुणाल पांडे, रोहित राज एवं अनुज चौरसिया ने कहा, जब तक हमारी मांग पूर्ण नहीं होगी, तब तक हम लोग अनशन पर बैठे रहेंगे। क्योंकि पूर्व में कई बार विद्यार्थी परिषद द्वारा कुलपति को ज्ञापन व आंदोलन के माध्यम से अपनी पांच प्रमुख मांगों को रखा था। लेकिन विश्वविद्यालय की छात्र विरोधी नीतियों के कारण उस पर कोई कदम नहीं उठाया गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा की गयी मांगों में प्रमुख रूप से- 1. वर्ष 2016 से सभी वर्गों की छात्रा व एससी /एसटी वर्ग के छात्र से लिए गए नामांकन शुल्क को अभिलंब सभी छात्रों को वापस किया जाए। 2. विश्वविद्यालय के अंतर्गत विभिन्न महाविद्यालय में बनकर तैयार महिला छात्रावास को अभिलंब चालू किया जाए। 3. सभी महाविद्यालय में वोकेशनल कोर्स के लिए अलग भवन बनाया जाए। 4. पीजी विभाग के सभी भवन का पुनर्निर्माण व विभिन्न महाविद्यालय में पीजी विभाग में शुद्ध पेयजल व शौचालय की व्यवस्था किया जाए। 5. विश्वविद्यालय के अंतर्गत सभी छात्रावास में रह रहे अवैध छात्रों को अभिलंब निष्कासित कर नए छात्रों का नामांकन सुनिश्चित करें।पूर्व में इन सभी मांगों को लेकर कुलपति से मिला तो उन्होंने आदेश दिया, लेकिन आदेश विश्वविद्यालय तक ही सीमित रह गया। जैसे एससी /एसटी छात्र एवं सभी वर्गों के छात्रों का शुल्क वापसी की घोषणा कुलपति ने विद्यार्थी परिषद के लेटर पैड पर की। उसके बाद विश्वविद्यालय से एक नोटिस भी निकाला, लेकिन वह नोटिस विश्वविद्यालय के किसी अंगबोथ कॉलेज तक नहीं पहुंच पाया।यह विश्वविद्यालय की नाकामी को दर्शाता है , और मानसिकता भी विश्वविद्यालय की यहां उजागर होती है। विश्वविद्यालय प्रशासन अभिलंब इन सभी मांगों को पूरा करें अन्यथा हम सभी लोग आमरण अनशन पर तब तक बैठे रहेंगे जब तक इन समस्याओं का निदान नहीं किया जाता है। प्रदेश की समिति सदस्य रोजी कुमारी, सौरभ शर्मा, गौरव चौरसिया, गौतम साहू, शिवसागर, अनामिका, हर्षवर्धन, ऋषि, साक्षी भारद्वाज, आकांक्षा व मयंक झा, पीयूष द्विवेदी, प्रांजल वाजपेई, आनंद, लक्ष्मण, आयुष, अंकित, नवनीत पार्थ, सारथी, आशीष,
प्रद्युमन एवं अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।